बारिश से शहर में फिर जलभराव, व्यवस्थाओं के लिए खुद पानी में उतरे नगर आयुक्त

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मथुरा। सावन के पहले सोमवार को शहर में हुई झमाझम बारिश के बाद मथुरा शहर ताल-तलैया बन गया। हर बारिश के बाद जिस तरह शहर में जलभराव होता है, सोमवार को भी वैसा ही हुआ। दूसरी ओर शहर के जलभराव का जायजा लेने और व्यवस्थाओं को सुचारु कराने के लिए नगर आयुक्त अनुनय झा ने खुद पानी में उतरकर मोर्चा संभाला।

सोमवार को हो रही छिटपुट बारिश शाम को तेज हो गई। इससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया। इससे ऐसा लगा मानो शहर अलग अलग हिस्सों में बंट गया हो। लोग अपने गंतव्यों की ओर जाने के लिए ऐसी सुरक्षित जगहों पर छिपते दिखे, जहां लोग भीगने से बचते रहे। बारिश के कारण शहर का बुरा हाल हो गया। कुछ ही घंटों की बारिश ने शहर की जलनिकासी की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। सबसे ज्यादा जलभराव नए बस स्टैंड रेलवे पुल, भूतेश्वर रेलवे पुल और महोली रोड के कई हिस्सों में देखने को मिला। मोतीकुंज क्षेत्र में भी जलभराव हो गया। जलभराव से जनता को निजात दिलाने और व्यवस्थाओं को सुचारु करने के लिए नगर आयुक्त अनुनय झा ने खुद मोर्चा संभाला और ज्यादा जलभराव वाले स्थानों पर पहुंच गए। नगर आयुक्त ने नगरनिगम के अन्य अधिकारियों कर्मचारियों को भी व्यवस्थाओं के लिए बुला लिया।
नगर आयुक्त ने पानी में भीगने की परवाह भी नहीं की और खुद पानी में उतरकर निगम के कर्मचारियों को निर्देशित करते रहे। नगर आयुक्त के निर्देश पर जेसीबी और मोबाइल पंप मंगवाई गईं। मोबाइल पंपों के माध्यम से जहां भरे हुए पानी को निकलवाया गया, वहीं जेसीबी की सहायता से जलभराव में फंसे वाहनों को निकलवाया गया। भूतेश्वर पर धान से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई थी। इसे जेसीबी की सहायता से उठाया गया।
नगर आयुक्त की कार्यशैली देखकर शहर के लोगों ने उनकी काफी प्रशंसा की

मसानी नाला ओवरफ्लो, यमुना में गया गंदा पानी
सोमवार को हुई बारिश के बाद मसानी नाला ओवरफ्लो हो गया। जिससे बगीची में पानी भर गया और ओवरफ्लो का पूरा गंदा पानी यमुना में सीधा गिरा। बारिश के बाद पानी का बहाव इतना तेज था कि नाले पर पानी रोकने के लिए किए गए प्रबंध नाकाफी साबित हुए।

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