युवा IAS अधिकारी अजय जैन (सदर उप जिला अधिकारी) हैं युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

मथुरा समाचार


मथुरा। ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले,ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है। आज हम आपको जिस IAS अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम अजय जैन है.उनकी कहानी ऐसे युवाओं को प्रेरणा दे सकती है जो मानते हैं कि सरकारी स्कूलों में पढ़ा बच्चा UPSC परीक्षा में सफलता हासिल नहीं कर सकता है.अजय ने UPSC परीक्षा एकबार नहीं बल्कि दो बार सफलता हासिल कर ये बता दिया कि मेहनत और लगन हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है.अजय ने जब पहली बार UPSC परीक्षा पास कि तो IPS अधिकारी के चयन हुआ था वहीं दूसरी बार में उन्होंने अपने IAS अधिकारी बनने के सपने को साकार कर लिया। आइए जानते हैं उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर देश की सबसे कठिन परीक्षा को पास कर लिया कौन हैं IAS अजय जैन राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रहने वाले अजय जैन एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं।उनके पिता गांव में ही इंजन पार्टस सही करने की दुकान चलाते हैं। वहीं मां घर की जिम्मेदारियां संभालती हैं।उनकी शुरूआती पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल से हुई. इस दौरान उन्होंने माधोपुर से ही अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी कर ली. उन्होंने 9वीं और 10वीं तक की पढ़ाई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से पूरी कर ली इस दौरान वो ठीक-ठाक नंबरों से पास हो पाए। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए कोटा चले गए.शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नौकरी तलाशना शुरू कर दिया। लेकिन काफी समय तक नौकरी ना लगने के कारण उन्होंने UPSC का विकल्प चुना। इसके लिए उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान भूगोल विषय को चुना और ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी पूरी कर ली. इस दौरान वो यूपीएससी की तैयारी भी शुरू कर दी थी। UPSC परीक्षा पास की पर नहीं बन सके IAS अधिकारी कोटा में UPSC की तैयारी के दौरान वो अपने मित्र के साथ ही पढ़ाई करते थे। UPSC परीक्षा के पहले और दूसरे प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिल सकी. लेकिन तीसरे प्रयास में उनकी रेलवे विभाग में नौकरी लग गई। हालांकि रैंक अच्छी ना आने के कारण उन्होंने उस नौकरी को छोड़ दिया और फिर से UPSC परीक्षा की तैयारी में जुट गए। इस बीच वो दिल्ली आकर पढ़ाई करने लगे थे। दिल्ली में रहकर वो 8 से 10 घंटों तक की पढ़ाई किया करते थे।वो बताते थे जब से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कि थी तब से उन्होंने किसी और परीक्षा की ओर ध्यान ही नहीं दिया। एकाग्र होकर वो मेहनत के साथ पढ़ाई करते रहे। चौथे प्रयास में उन्होंने फिर से प्रयास किया और इस बार उन्हें पहले प्रयासों से बेहतर रैंक मिली और वो आईपीएस अधिकारी बन गए।हालांकि उनका आईएएस अधिकारी बनने का सपना भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया था।12वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत अजय जैन ने साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल कर टॉप किया।उन्हें इस रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बनने का मौका मिल गया.उनकी इस कामयाबी ने ना सिर्फ सरकारी स्कूलों से पढ़ाई कर आने वाले बच्चों को कमजोर नजर से देखने वालो का मुंह बंद किया और वर्तमान आईएएस अधिकारी अजय जैन उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा के सदर उप जिला अधिकारी के पद पर तैनात है और पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी कार्यकुशलता से सबको प्रभावित किया है। इस कड़ी में आज वरिष्ठ पत्रकार कौशल किशोर गौतम ने IAS अधिकारी अजय जैन को फूलों का गुलदस्ता देकर उनका अभिवादन किया और उनके द्वारा सदर तहसील पर किए गए विकास कार्यो की भी प्रशंसा की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

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