आज का पंचांग मंगलवार 18 अक्टूबर 2022

ज्योतिष

. ।। ॐ ।।
🚩🌞 सुप्रभातम् 🌞🚩
📜««« आज का पंचांग »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5124
विक्रम संवत्……………………2079
शक संवत्………………………1944
रवि…………………………दक्षिणायन
मास……………………………कार्तिक
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी……………………………अष्टमी
प्रातः 11.57 पर्यंत पश्चात नवमी
सूर्योदय…………प्रातः 06.25.12 पर
सूर्यास्त…………संध्या 05.59.41 पर
सूर्य राशि………………………..तुला
चन्द्र राशि……………………….कर्क
गुरु राशि………………………..मीन
नक्षत्र……………………………पुष्य
दुसरे दिन प्रातः 07.58 पर्यंत पश्चात अश्लेषा
योग…………………………….सिद्ध
दोप 04.42 पर्यंत पश्चात साध्य
करण………………………….कौलव
प्रातः 11.57 पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु………………………(उर्ज) शरद
दिन…………………………मंगलवार

🇬🇧 आंग्ल मतानुसार :-
18 अक्तूबर सन 2022 ईस्वी ।

⚜️ अहोई अष्टमी पूजा :-
यह व्रत कार्तिक कृष्ण अष्टमी को किया जाता है | इस व्रत को वे स्त्रियाँ ही करती हैं जिनके सन्तान होती हैं |
विधि :-
बच्चों की माँ दिनभर व्रत रखे| सायंकाल दीवार पर अष्ट कोष्ठक की अहोई की पुतली रंग भरकर बनाएँ| उस पुतली के पास सेई तथा सेई के बच्चों का चित्र भी बनाए या छपी हुई अहोई अष्टमी का चित्र मंगलवार दीवार पर लगाये तथा उसका पूजन कर सूर्यास्त के बाद अर्थात तारे निकलने पर अहोई माता की पूजा करने से पहले पृथ्वी को पवित्र करके चौक पूर कर एक लोटा जल भरकर एक पटरे पर कलश की भांति रखकर पूजा करें| अहोई माता का पूजन करके माताएँ कहानी सुनें|
पूजा के लिए माताएँ पहले से एक चाँदी की अहोई बनाये जिसे स्याऊ कहते हैं और उसमें चाँदी के दो दाने (मोती डलवा लें) जिस प्रकार गले के हार में पैंडिल लगा होता है उसी की तरह चाँदी की अहोई डलवा लें और डोरे में चाँदी के दाने डलवा लें| फिर अहोई की रोली, चावल, दूध व भात से पूजा करें| जल से भरे लोटे पर सतिया बना लें| एक कटोरी में हलवा तथा रुपए बायना निकालकर रख लें और सात दाने गहूँ के लेकर कहानी सुने| कहानी सुनने के बाद अहोई स्याऊ की माला गले में पहन लें| जो बायना निकालकर रखा था, उसे सासू जी के पांव लगाकर आदर पूर्वक उन्हें दे दें| इसके बाद चन्द्रमा को अर्ध्य देकर स्वयं भोजन करें| दीपावली के बाद किसी शुभ दिन अहोई को गले से उतारकर उसका गुड़ में भोग लगाये और जल के छीटे देकर मस्तक झुकाकर रख दें| जितने बेटे हैं उतनी बार तथा जितने बेटों का विवहा हो गया हो उतनी बार चाँदी के दो-दो दाने अहोई में डालते जायें| ऐसा करने से अहोई माता प्रसन्न हो बच्चों की दीर्घायु करके घर में नित नए मंगल करती रहतीं हैं| इस दिन पंडितों को पेठा दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है|
अहोई का उद्यापन :-
जिस स्त्री को बेटा हुआ हो अथवा बेटे का विवाह हुआ हो तो उसे अहोई माता का उजमन करना चाहिए | एक थाली में सात-सात पूडियाँ रखकर उनपर थोड़ा थोड़ा हलवा रखें | इसके साथ ही एक साड़ी ब्लाउज उस पर सामर्थ्यानुसार रूपये रखकर थाली के चारो ओर हाथ फेरकर श्रद्धापूर्वक सासू जी के पांव लगवाकर वह सभी समान सासू जी को दे दें| तीयल तथा रूपये सासू जी अपने पास रख लें तथा हलवा पूरी का बायना बाँट दें | बहन-बेटी के यहाँ भी बायना भेजना चाहिए |

⚜️ अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.48 से 12.34 तक ।

👁‍🗨 राहुकाल :-
दोप 03.03 से 04.29 तक ।

☸ शुभ अंक………………….9
🔯 शुभ रंग……………केसरिया

🌞 उदय लग्न मुहूर्त :-
कन्या
04:14:29 06:25:06
तुला
06:25:06 08:39:46
वृश्चिक
08:39:46 10:55:56
धनु
10:55:56 13:01:33
मकर
13:01:33 14:48:41
कुम्भ
14:48:41 16:22:14
मीन
16:22:14 17:53:26
मेष
17:53:26 19:34:10
वृषभ
19:34:10 21:32:48
मिथुन
21:32:48 23:46:30
कर्क
23:46:30 26:02:40
सिंह
26:02:40 28:14:29

🚦 दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

चौघडिया :-
प्रात: 09.19 से 10.45 तक चंचल
प्रात: 10.45 से 12.10 तक लाभ
दोप. 12.10 से 01.36 तक अमृत
दोप. 03.02 से 04.28 तक शुभ
रात्रि 07.28 से 09.02 तक लाभ ।

🍃 आज का मंत्र :-
।। ॐ सर्वमन्त्रस्वरूपवते नमः ।।

📯 संस्कृत सुभाषितानि :-
योगरतो वाभोगरतोवा सङ्गरतो वा सङ्गवीहिनः।
यस्य ब्रह्मणि रमते चित्तं नन्दति नन्दति नन्दत्येव॥१९॥
अर्थात :
कोई योग में लगा हो या भोग में, संग में आसक्त हो या निसंग हो, पर जिसका मन ब्रह्म में लगा है वो ही आनंद करता है, आनंद ही करता है॥१९॥

🍃 आरोग्यं :
गले के दर्द के लिए घरेलू उपचार :-

3. गले के दर्द में फायदा देता अंजीर –
गले की खराश मिटाने के लिए अंजीर भी घरेलु नुस्खों में से एक है। आप पानी में कुछ अंजीर डालकर उबाल लें। फिर इस मिश्रण को छानकर पानी को दिन में दो बार गरम कर पिएं। ऐसा करने से आपको गले के दर्द में फायदा होता है।

आज का राशिफल :-

🐐 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी।

🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।

👫🏻 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा।

🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा।

🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें। सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधूरे काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।

🙎🏻‍♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा।

राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।

🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें।

🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है।

🏹 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी। आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं।

🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे।

🐋 राशि फलादेश मीन :-
घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें। अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के अवसर मिलेंगे।

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