हिंडनबर्ग ने लगाया चूना, दंग रह गए अडानी! ..याद आ गई नानी

बिज़निस

(साभार: दैनिक भास्कर एक्सप्लेनर)
नई दिल्ली। अमेरिका की हिंडनबर्ग कंपनी ने एक इन्फॉर्मेशन फ्रॉड करके गौतम अडानी की ग्रुप की कंपनियों की एक ऐसी रिपोर्ट पेश की, जिसके बाद
अडाणी के शेयरों की कीमत करीब 4 लाख करोड़ रुपए गिर गई और गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे से 7 वें पर स्थान पर चले गए। यह इन्फॉर्मेशन फ्रॉड लगभग ऐसा ही है, जैसे कि किसी वेबसाइट को हैक करना। यानि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट की तिकड़म से अडाणी ग्रुप की पूरी रेपुटेशन को ही हैक कर लिया।

25 जनवरी को अडाणी ग्रुप की कंपनियों के बारे में अमेरिका की ‘हिंडनबर्ग’ कंपनी ने एक रिपोर्ट जारी की।

रिपोर्ट का टाइटल था-
‘दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी किस तरह कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा धोखा कर रहा है
इस रिपोर्ट के सामने आते ही दो बातें हुई हैं कि एक तो अडाणी के शेयरों की कीमत करीब 4 लाख करोड़ रुपए गिर गई और दूसरे गौतम अडाणी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे से सातवें स्थान पर पहुंच गए।

ऐसे में अब हर किसी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि ये ‘हिंडनबर्ग’ है क्या, ये कंपनी करती क्या है, इसका मालिक कौन है, ये रिपोर्ट उसने क्यों जारी की?
नाथन एंडरसन नाम का एक शख्स अमेरिका के कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल बिजनेस विषय में ग्रेजुएशन पूरी करता है। इसके बाद वह नौकरी की तलाश करने लगता है। जल्द ही उसे एक डेटा रिसर्च कंपनी में नौकरी मिल जाती है। यहां उसका काम पैसों के इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट से जुड़ा होता है।
नौकरी करते हुए एंडरसन डेटा और शेयर मार्केट की बारीकियों को समझता है। उसे इस बात का अंदाजा हो जाता है कि शेयर मार्केट दुनिया के पूंजीपतियों का सबसे बड़ा अड्डा है।
इसमें काफी कुछ ऐसा हो रहा है जो आम लोगों की समझ से बाहर है। इसी वजह से एंडरसन के दिमाग में फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी शुरू करने का आइडिया आया। इसका परिणाम 2017 में दिखा जब एंडरसन ने ‘हिंडनबर्ग’ नाम से इस कंपनी की शुरुआत की।

हिंडनबर्ग’ ने अडाणी की कंपनियों पर रिपोर्ट क्यों जारी की और क्या हुआ फायदा?
‘हिंडनबर्ग’ की रिपोर्ट पढ़ने से साफ पता चलता है कि इस कंपनी ने जानबूझ कर ये रिपोर्ट अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर गिराने के लिए जारी की। इसकी वजह यह है कि ‘हिंडनबर्ग’ ने अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर ‘शॉर्ट पोजिशन’ ले रखी है। दरअसल, शेयर मार्केट से पैसा कमाने के दो मुख्य तरीके हैं…

  1. लांग पोजिशन
  2. शॉर्ट पोजिशन

मान लीजिए किसी कंपनी या व्यक्ति ने 100 रुपए में किसी कंपनी के शेयर खरीदे और 150 रुपए में बेच दिए। ऐसे में उसे 50 रुपए का लाभ मिलता है। इस तरीके को लांग पोजिशन कहते हैं।

इसी तरह मान लीजिए कि हिंडनबर्ग कंपनी ने शेयर मार्केट से जुड़ी किसी A कंपनी से एक महीने के लिए 10 शेयर उधार लिए और B को बेच दिए। इस वक्त बाजार में एक शेयर की कीमत 100 है और उसने उसी कीमत में B को बेचे हैं। अब हिंडनबर्ग को भरोसा है कि उसकी रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद अडाणी के शेयर की कीमत गिरेगी।
अब मान लीजिए रिपोर्ट पब्लिश होते ही अडाणी के एक शेयर का भाव 100 से गिरकर 80 हो गया। ऐसे में हिंडनबर्ग अब बाजार से 80 रुपए में 10 शेयर खरीदकर A कंपनी को लौटा देगा। इस तरह हिंडनबर्ग को एक शेयर पर 20 रुपए तक लाभ मिलता है। इसे ही शॉर्ट पोजिशन कहते हैं।
नाथन एंडरसन की कंपनी ने अडाणी ग्रुप की कंपनी पर यही शॉर्ट पोजिशन दांव खेला है। इसके लिए उसने अपनी दो साल की रिसर्च को आधार बनाया है। यानि अपने लाभ के लिए बाकायदा नाथन एंडरसन ने अडाणी ग्रुप के साथ इन्फॉर्मेशन फ्रॉड कर दिया।

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