घीया मंडी के जर्जर मकान, ले सकते हैं लोगों की जान

मथुरा समाचार

लोगों ने की मांग, नगरनिगम जल्द दे जर्जर गिरासू मकानों पर ध्यान
मथुरा। व्यस्तम बाजार घीया मंडी वार्ड नंबर 64 में एक मकान बिल्कुल जर्जर गिरासू अवस्था में राम भरोसे खड़ा हुआ है, जिससे वहां रह रहे दुकानदार दहशत में काफी है, ये जर्जर मकान राहगीर लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बनने लगा हैं। पुराने शहर की गलियों में ऐसे भी जर्जर मकान हैं, जो हल्का सा भी झटका सहने की स्थिति में नहीं है। ये मकान तो दूसरों के भवन के सहारे खड़ा हैं, पास के मकानों का सपोर्ट हटने पर जर्जर मकान भरभरा कर जमीन पर गिर पड़ेगा। फिर भी ऐसे मकानों के करीब से लोग गुजर रहे हैं। इंजीनियरों द्वारा इन भवनों की जांच कराकर मथुरा नगर निगम और जिला प्रशासन ने इन्हें गिराने की कोई कार्रवाई नहीं की है।
घीया मंडी बाजार व्यस्तम बाजारों में आता है, यहां हर समय भीड़-भाड़ लगी रहती है। वहीं बराबर में दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम 100 से 150 वर्ष पुराने भवनों को जर्जर अवस्था में खूब देख रहा है, फिर भी कान पर जूं नही रेंग रही है। बारिश में कई भवनों की दीवारें गिर गईं और कुछ लोग जख्मी हो गए। एक मकान तो इतना जर्जर है कि कहीं ऐसा ना हो जाये कि ये मकान तेज बारिश के पानी से धड़ाम गिर जाये। इसका ध्वस्तीकरण बेहद जरूरी है। इस भवन की नींव, ईंटें सड़ गईं हैं। दीवारें, छत व छज्जे काफी जर्जर हो चुके हैं। अगर बंदर भी इनके छज्जों पर कूद जाता है,तो मलबा जरूर गिरता है। जिससे कई लोगों को गम्भीर चोट लग चुकी है। इस मकान में पूर्व में आग लग गई थी, जिसकी मकान की सोठ जल चुकी है।
महेश चंद, आयुष अग्रवाल, अशोक खंडेलवाल, मौहम्मद शाहिद, मौ. आशकीन रजा, राजू ठाकुर, आरिफ खान, मुन्ना और राजीव शुक्ला आदि ने नगरनिगम से उक्त जर्जर मकान को ढहाने की मांग की है।

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