एक करोड़ के बिजली बिल में से नियम विरूद्ध घटा दिए 19 लाख से अधिक, दक्षिणांचल एमडी ने दिए जांच के आदेश

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लखनऊ, आगरा, मथुरा। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के वित्त विभाग के लेखाकार द्वारा करीब 10 करोड़ की धनराशि के गबन का मामला प्रकाश में आने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वही मथुरा जोन में एक बिजली अधिकारी ने नियम विरूद्ध बिल संशोधन कर विभाग को 19 लाख रुपये से अधिक की राजस्व की क्षति पहुंचाने का मामला प्रकाश में आया है। कारोबारी का बिल करीब एक करोड़ के आसपास का बताया गया। शिकायत पर इसकी जांच के आदेश दक्षिणांचल एमडी द्वारा दिए गए हैं।


जानकारी के अनुसार मथुरा जोन में एक औद्योगिक कनेक्शन के बिजली बिल का विवाद काफी लंबे समय से चल रहा था। एक करोड़ से अधिक का बिल कनेक्शन धारक पर बकाया चल रहा था। मामला कोर्ट में भी है। पिछले दिनों एक अधिकारी द्वारा बिल निस्तारण का प्रयास किया गया। बिल सही करने के निर्देश दिए गए। संबंधित लेखाकार से भी बिल सही करने को कहा गया लेकिन उसके द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया और ना ही संशोधन बिल पर साइन किए। लेखाकार ने इस प्रकरण में अधिकारी एवं अन्य शिकायत मुख्यालय से की। शिकायत पर मुख्यालय स्तर से जांच के आदेश दिए गए। पूर्व में जांच के लिए गठित समिति द्वारा अपनी आख्या प्रस्तुत की गई। इसमें दिए गए निष्कर्ष के अनुसार संबंधित अधिकारी द्वारा नियम विरूद्ध समायोजन कर बिल संशोधन किए गए। इससे निगम को 19 लाख से अधिक राजस्व की क्षति हुई है। मथुरा जोन के मुख्य अभियंता एसके जैन के अनुसार यह प्रकरण पुराना है। मुख्यालय स्तर से जांच टीम का गठन किया गया है। शायद जांच चल रही है। फाइल देखकर ही कुछ कहा जा सकता है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दक्षिणांचल एमडी अमित किशोर ने निदेशक कार्मिक प्रबंधन को निर्देशित किया कि यह देखें कि इस कार्य के लिए उत्तरदायी अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाए। विभागीय नियमानुसार दोषी अधिकारी पर विविध अग्रिम डालकर राजस्व क्षति की वसूली की जाए। एमडी के आदेश पर निदेशक ने मुख्य अभियंता को भी निर्देश दिए गए हैं।

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