2 लाख रुपए दो, अग्निवीर की नौकरी लो’, झांसा देकर लाखों की ठगी

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गाजियाबाद।
2 लाख रुपए दो, अग्निवीर की नौकरी लो…… चौकिए मत, इंडियन आर्मी के द्वारा पैसा लेकर अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत कोई नौकरी नहीं दी जा रही है. दरअसल रुपए लेकर अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत नौकरी दिलवाने का झांसा देकर रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक नटवरलाल ने कई अभ्यर्थियों से लाखों रुपए की ठगी कर ली.इतना ही नहीं उसने अभ्यर्थियों को यह भी आश्वस्त किया था कि उसकी आर्मी के उच्च अधिकारियों के साथ अच्छी पैठ हैं, जो उसे पैसे देगा उसकी वह नौकरी लगवा देगा.

अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के नाम पर फर्जीवाड़ा कर अभ्यर्थियों से उनके मूल प्रमाण पत्रों के साथ-साथ लाखों रुपए की ठगी करने वाले एक नटवरलाल को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए जालसाज का नाम बृजेश कुमार चौबे है. वह रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रपुरी रोड नंबर 6 का रहने वाला है.

30 से ज्यादा अभ्यर्थियों से की लाखों रुपए की ठगी

जालसाज बृजेश कुमार चौबे ने राजधानी में चल रही अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के दूसरे चरण यानी मेडिकल जांच में अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से सफल कराने के नाम पर नामकुम आर्मी हॉस्पिटल के अधिकारियों से सांठगांठ का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी कर ली. पुलिस ने आरोपी बृजेश कुमार चौबे के पास से तीन मोबाइल सहित कई दस्तावेज बरामद किए हैं जिससे स्पष्ट होता है कि उसने 30 से ज्यादा अभ्यर्थियों से लाखों रुपए की ठगी की है.

अग्निवीर भर्ती के नाम पर लाखों रुपए लेकर नौकरी दिलवाने का झांसा देकर की जा रही जालसाजी को लेकर बिहार के खगड़िया जिला के रहने वाले सूबेदार अम्बेकेश्वर द्वारा रांची के नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नौशाद आलम ने प्रशिक्षु आईपीएस रित्विक श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया.

मेडिकल की दुकान चलाता है आरोपी

गठित एसआईटी टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं और अग्निवीर प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों से की गई पूछताछ के आधार पर रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर 6 के रहने वाले बृजेश कुमार चौबे को हिरासत में ले लिया. बता दें कि आरोपी बृजेश कुमार चौबे सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में एक मेडिकल दुकान का संचालन करता है. पुलिस द्वारा की गई कढ़ाई के दौरान बृजेश कुमार चौबे टूट गया और उसने कई अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लेकर अग्निवीर की नौकरी देने के नाम पर ठगी करने के जुर्म को स्वीकार कर लिया. पूछताछ के क्रम में बृजेश कुमार चौबे ने बताया नौकरी देने के नाम पर अभ्यर्थियों से 2-2 लाख रुपए की डिमांड की गई थी.
बता दें कि इस पूरी जालसाजी में मिलिट्री अस्पताल नामकुम से जुड़े कुछ कर्मचारियों की भी संलिप्तता सामने आ रही है. चूंकी आरोपी ने मिलिट्री अस्पताल के कर्मचारियों से सांठगांठ कर अग्निवीर प्रक्रिया के अभ्यर्थियों का मोबाइल नंबर सहित उनकी पर्सनल डिटेल से जुड़ी जानकारियां निकलवाई थी. उसी जानकारी के आधार पर उसने अभ्यर्थियों को फोन कर नौकरी दिलवाने के नाम पर दो-दो लाख रुपयों की जालसाजी की थी. पुलिस की गिरफ्त में आए नटवरलाल बृजेश कुमार चौबे के बयान के आधार पर रांची पुलिस मिलिट्री अस्पताल नामकुम से जुड़े कई कर्मचारियों की संलिप्तता मामले की भी जांच कर रही है.

अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से बनाया ठगी का प्लान

बता दे कि सेना भर्ती कार्यालय रांची द्वारा 1 जुलाई 2023 से लेकर 9 जुलाई 2023 तक रांची के मोरहाबादी मैदान में प्रथम चरण की प्रक्रिया पूरी की थी, इस भर्ती प्रक्रिया में झारखंड के 24 जिले से अभ्यर्थी शामिल हुए थे, प्रथम चरण में सफल अभ्यर्थियों का दूसरे चरण के तहत मिलिट्री अस्पताल नामकुम रांची में मेडिकल जांच चल रहा था, इसी दौरान बृजेश कुमार चौबे ने अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से अभ्यर्थियों का मोबाइल नंबर और पर्सनल डिटेल निकाल कर अग्निवीर की नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर ली.

रिपोर्ट अरुण वर्मा

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