हाथरस । किसी खूबसूरत नजारे का वर्णन करने के लिए अक्सर चार चांद लग जाने का उदाहरण दिया जाता है। हालांकि आम लोगों ने कभी चार चांद देखे नहीं होते हैं, लेकिन आज आप चाहो तो चार चांद देख भी सकते हो। बल्कि रोज नजर आने वाले चांद को मिलाकर कुल पांच चांद देखे जा सकते हैं।
श्री कार्त्तवीर्य नक्षत्र ज्योतिष संस्थान के संस्थापक आचार्य विनोद शास्त्री के अनुसार आने से वाले दो – तीन दिनो मे भी कई बार खगोलीय घटना से घटने जा रही है और जिन्हे हम नग्न आंखो के से भी देख सकेगे!
जव वृहस्पति ग्रह और सूर्य के वीच मे एक ही सीध मे भी पृथ्वी पर आ जाये तो और वृहस्पति ग्रह है पृथ्वी पर के सवसे के निकट होता है ऐसा ही दुर्लभ दृश्य आप नग्न आंखो से 20 अगस्त को देख सकेगे वृहस्पति वक्र गति से चलते हुए रात्रि लगभग 08:30 पर कुंभ राशि में मे 3 अंश 03 कला और 15 विकला के पर होगे इस दौरान वे आपके सवसे निकट ही और सवसे अधिक चमकीले के दिखाई देगे! इस समय वृहस्पति आज की पृथ्वी से सर्वाधिक कम दूरी पर मात्र 5.88 करोड किमी. होगी!
इस दौरान दक्षिण चीन आकाश मे वृहस्पति सवसे चमकदार और निकट दिखाई देगे!
दूसरी तरफ एक अन्य खगोलीय घटना धटेगी जव रक्षा वन्धन वाले दिन यानि 22 अगस्त को… जव चन्द्रमा वृहस्पति ग्रह के अँशात्मक आधार पर सवसे के निकट होगा !
दिख रहे है वृहस्पति आज के चार चन्द्रमा! बृहस्पति और उसके चार मुख्य चंद्रमाओं को देखने के साथ ही और उनकी तस्वीरें लेने का यह एक अच्छा अवसर है। इस अवसर पर एक साधारण टेलीस्कोप या दूरबीन से बृहस्पति के चार सबसे बड़े चंद्रमा आयो, यूरोपा, गेनीमेड और कैलिस्टो देखे जा सकेंगे जो ग्रह के दोनों ओर चमकीले बिंदुओं के रूप में दिखाई देंगे।
आचार्य विनोद शास्त्री
( प्रश्न एंव खगोल शास्त्री)
श्री कार्त्तवीर्य नक्षत्र ज्योतिष संस्थान्.. हाथरस!