मथुरा। दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की मथुरा शाखा ने एक स्थानीय होटल में बेंक ब्रांच ऑडिट पर सेमिनार की। इसमें आरबीआई के नए नियम के साथ बैंक ऑडिट को लेकर किए बदलाव और ऑडिट के समय सावधानियो पर चर्चा हुई।
शाखा अध्यक्ष सीए संजीव अग्रवाल ने बताया कि मुख्य वक्ता ग़ाज़ियाबाद के सीए राघवेन्द्र योयल और सीए प्रबुद्ध गुप्ता ने कर्जधारकों को दी लोन मोरेटोरियम सुविधा के तरह पूरी तरह व्याज माफ़ी से इंकार किया लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज वसूलने का दायरा बढ़ा दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सकल एनपीए 1.3 लाख करोड़ और शुद्ध एनपीए 1लाख करोड़ बढ़ जायेगा। इस फेसले से बैंकिंग क्षेत्र पर करीब 8 हजार करोड़ का बोझ और बढ़ जायेगा। सीए प्रबुद्ध गुप्ता ने बताया की आरबीआई ने 2 महीने पहले बैंकों का फोर्मेट बदल दिया। सीए बैंक की रिपोर्ट तेयार करता है। ऐसे मे बदलाव काफी अहम् है। सीए राघवेन्द्र गोयल ने रिवाइज्ड एल अफ ए आर मे बदलाव की जानकारी दी। सत्र की अध्यक्षता सीए बी .बी अग्रवाल और सीए अमर सेठ ने की।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष सीए अनुराग खंडेलवाल सचिव व कोषाध्यक्ष सीए सुनंदना खंडेलवाल सिकासा अध्यक्ष सीए जीतेन्द्र चतुर्वेदी, कार्यकारी सदस्य सीए राजकुमार अग्रवाल, सीए रामकुमार सारस्वत, सीए कुलदीप अरोरा, सीए महेश चन्द्र अग्रवाल , सीए अमित कुमार अग्रवाल , सीए अलोक नागर , सीए धर्मेन्द्र गोयल सीए सोनिया अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।