मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के गणित विभाग और कैमिस्ट्री विभाग के प्रो. अनिरूद्ध प्रधान एवं प्रो. पंचानन प्रमाणिक को पार्टिकल फिजिक्स और मैटेरियल्स साइंस में दुनिया के शीर्ष दो फीसदी वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है।
अमेरिका कैलिफोर्निया की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों के डाटा का विश्लेषण कर यह रैकिंग जारी की है। इस रैकिंग में जीएलए के दो प्रोफेसरों में कैमिस्ट्री विभाग के डिस्टींग्यूस्ड प्रो. पंचानन प्रमाणिक को भारत में 12वां एवं विश्वस्तर पर 665 वां स्थान प्राप्त हुआ है। गणित विभाग के डीन रिसर्च प्रो. अनिरूद्ध प्रधान को भारत में 14वां एवं विश्वस्तर पर 1479 वीं रैंक हासिल हुई है। यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं इन दो शीर्ष वैज्ञानिकों के अनुभवों का लाभ उठा रहे हैं। स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय कैलिफोर्निया ने मुख्य रूप से शोध क्षेत्रों में वैज्ञानिकों के डाटा बेस का विश्लेषण किया। इसमें दुनियाभर के 60 लाख से अधिक वैज्ञानिकों को शामिल किया गया, जिनमें जीएलए के भी दो शोधकर्ताओं ने उत्कृष्ट दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है। प्रो. अनिरूद्ध और प्रो. प्रमाणिक का नाम शीर्ष दो फीसदी भारतीय वैज्ञानिकों में इंगित किया गया है।
प्रो. प्रमाणिक ने बताया कि 290 से अधिक रिसर्च पेपर एवं 20 पेटेंट अब तक उन्होंने अपने नाम किए हैं, जिनमें 3 पेटेंट के अन्तर्गत वह अपने प्रोटोटाइप बाजार में उतार चुके हैं। इसके अलावा 35 से अधिक छात्रों को अपने अन्तर्गत सफलतम रिसर्च पेपर के माध्यम से पीएचडी करायी है। वर्तमान में भी 1 छात्र पीएचडी कर रहा है। उन्होंने बताया कि मैटेरियल्स साइंस (पदार्थ विज्ञान) में शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में नाम आने से विश्वविद्यालय की विश्वस्तर पर पहचान बनी है।
प्रो. प्रधान ने बताया कि स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इस रैंकिंग के लिए शोध पत्रों की सिर्फ संख्या को ही आधार नहीं बनाया बल्कि इसमें मुख्य रूप से क्वॉलिटी ऑफ पब्लिकेशन, जर्नल इंपैक्ट (नामी जर्नल में प्रकाशन), शोध पत्र का अन्य रिसर्च में उल्लेख (साइटेशन) किया गया। उन्होंने 250 से अधिक शोध पत्र एवं दो पेंटेंट अपने नाम किए हैं। इसके अलावा 24 छात्र इनके अन्तर्गत बेहतर रिसर्च कर पीएचडी पूर्ण कर चुके हैं। 7 छात्र वर्तमान में पीएचडी कर रहे हैं। गणित विषय में 5 किताबें लिख चुके हैं, जिनसे विभिन्न संस्थानों में गेजुएट लेवल पर छात्र अध्ययन करते हैं। प्रो. प्रधान को पार्टिकल फिजिक्स में रैंकिंग प्रदान हुई है। उन्होंने छात्रों को सन्देश देते हुए कहा कि सफलता के लिए 14 घंटे या 16 घंटे पढ़ने की आवश्यकता नहीं है। आप जितना भी पढ़ाई करें, उसमें रुचि के साथ एकाग्रता रखें। खुद को समर्पित रखते हुए कठिन परिश्रम करें। दूसरे की नकल नहीं करें।
विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को मिली उपलब्धि पर कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने हर्ष व्यक्त करते हुए प्रोफेसर अनिरूद्ध प्रधान एवं प्रो. पंचानन प्रमाणिक को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की सूची में विश्वस्तर पर मिली रैंकिंग इस बात का प्रमाण है कि विश्वविद्यालय में छात्रों को रिसर्च के लिए किस प्रकार तैयार किया जा रहा है। आने वाले समय में जीएलए द्वारा प्रदान की जा रही आधुनिक शिक्षा मिसाल बनकर उभरेगी।