पराली प्रबंधन के लिए सर्वश्रेष्ठ जनपदों में मथुरा शामिल
23 दिसम्बर को भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर फसल अवशेष प्रबंधन हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ 04 जनपदों के अधिकारियों को लखनऊ में पुरस्कृत किया जायेगा
मथुरा। जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह ने अवगत कराया है कि जनपद मथुरा में पराली जलाना गंभीर समस्या थी और विगत वर्षों में भी देखा गया था कि जनपद, प्रदेश में सर्वाधिक पराली जलाने वाले जनपदों में सम्मलित रहा है। वर्ष 2018 में 1051, वर्ष 2019 में 464, वर्ष 2020 में 161, वर्ष 2021 में 240 घटनायें प्रकाश में आयी थी। गत वर्ष 240 घटनाओं में से 217 घटनाओं में पराली जलाने की पुष्टि हुई थी और जनपद, प्रदेश में सर्वाधिक पराली जलाने वाले जनपदों में दूसरे स्थान पर था, किन्तु वर्तमान वर्ष 2022 में पराली जलाने की मात्र 30 घटनायें प्रकाश में आयी हैं, जिनमें से केवल 10 घटनाओं में ही पराली जलाने की पुष्टि हुई है।
दिनांक 30 नवम्बर 2022 की अन्तिम बुलेटिन के अनुसार जनपद संयुक्त रूप से 34 वें स्थान पर था, जिसके फल स्वरूप मथुरा पराली प्रबंधन के कार्य में सर्वश्रेष्ठ जनपद चुना गया है। मा0 भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस के अवसर पर दिनांक 23 दिसम्बर 2022 को फसल अवशेष प्रबंधन में उत्कृट कार्य के फलस्वरूप जिलाधिकारी पुलकित खरे को मा0 मुख्यमंत्री जी उ0प्र0 सरकार द्वारा लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम मंे सम्मानित किया जायेगा।