15 वें वर्ष की द्वितीय यात्र से पूर्व निकाली प्रभात फेरी और फिर किया लाड़लीलाल से दीदार
हाथरस। प्रभात फेरी नगर भ्रमण के बाद ब्रजद्वार के भक्तों ने पीपल देवी, मधुवन और फिर चपंकलता के दरबार में हाजरी लगाई। इसके बाद गहवरवन वन परिक्रमा और दर्शन के बाद पुन: ब्रजद्वार हाथरस पहुंच कर पंद्रह वें वर्ष की द्वितीय यात्रा को संपूर्ण किया।
बैकुंठ वासी मा. कैलाशचंद्र जी द्वारा संचालित ब्रज बरसाना यात्रा अपने 15 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। ब्रजद्वार (हाथरस) के भक्तजन ने 26 जून 2022 रविवार को पहले प्रभात फेरियां निकाली और फिर सभी घंटाघर-गांधी चौक पर एकत्र हुए जहां से तीन बसों में सवार हो 15 वें वर्ष की द्वितीय यात्रा पर निकल गये। सर्व प्रथम मुरसान की पीपल देवी के दर्शन किए और फिर ब्रज के मधुवन में पहुंच कर भगवान विष्णु, श्रीनाथ जी आदि के दर्शन किए। इसके बाद विश्व प्रसिद्ध अष्ट सखी में एक मां चंपकलता सखी के दर्शन कर परिसर में जमकर भजन-कीर्तन किया। इस के बाद सभी भक्तजन बरसाना के गहवरवन स्थित राधारस मंदिर पहुंचे और प्रसादी ग्रहण की। तत्पश्चात वहां परिक्रामा आरंभ करते हुए भक्तों मोरकुटी, दानबिहारीलाल, कुशल बिहारीलाल, नृत्यगोपाल जी व हंसगोपाल जी के दर्शन किए। फिर विश्व के प्रसिद्ध धाम बरसाना लाड़लीलाल सरकार के दरबार में हाजरी लगाई। और फिर साक्षीगोपाल, राधा जी के दादी-बाबा, सुदामा मंदिर, अष्ट सखी मंदिर, रघुनाथ मंदिर के बाद सांकरीखोर होते हुए पुन: राधारस मंदिर पहुंच कर परिक्रमा संपन्न की और फिर रास मंडप के रास नृत्य का दर्शन कर पुन: देर रात ब्रजद्वार हाथरस पहुंच कर यात्रा संपूर्ण की।
इस अवसर व्यवस्था में मुख्य रूप से जितेन्द्र वार्ष्णेय, रोचक जैन, खजांचीलाल, विकास अग्रवाल, अमित गोयल, प्रह्लाद सिंह राना, आशीष जैन, पंकज गुप्ता, रवींद्र वार्ष्णेय (छुट्टन भैया), लक्ष्मीनारायण वार्ष्णेय, मुकेश शर्मा, संजीव माहेश्वरी, देवेश दीक्षित एडवोकेट, लक्की सेंगर आदि सैकड़ो भक्तजन थे।