पंडित गया प्रसाद जी महाराज जैसे संतों के बिना प्रेम प्राप्ति संभव नहीं

बृज दर्शन

उत्तम शर्मा

गोवर्धन। ब्रज के परम विरक्त संत गया प्रसाद जी महाराज का 129 वां प्राकट्य महोत्सव पुराना सोंख बाईपास मार्ग स्थित श्री मलूक दास आश्रम में हर्ष उल्लास के साथ प्रारंभ हो गया है। संत श्री निर्मल दास महाराज के सानिध्य में चार दिवसीय कार्यक्रम हो रहा है। कार्यक्रम 27 से शुरू होकर 30 अक्टूबर तक होंगे। कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह 10 से 12 बजे तक श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय भक्ति योग पर प्रवचन हुए। दिगंबर आश्रम असनी फतेहपुर से आए प्रवचन कर्ता परमहंस स्वामी सूर्यप्रवोधाश्रम महाराज ने भक्तों को प्रवचन करते हुए कहा कि जीवन में भक्ति योग के बिना जीवन की पूर्णता नहीं है। संत कृपा से ही भक्ति प्राप्त होती है। पंडित श्री गया प्रसाद जी महाराज जैसे संतों के बिना प्रेम प्राप्ति संभव नहीं है।वही सायं को श्री हित आदर्श कृष्ण कला रासलीला मंडल के स्वामी देवेंद्र वशिष्ट के निर्देशन में 4 से 7 बजे तक रासलीला हुई। जिसमें श्रद्धालुओं ने जमकर आनंद लिया। संत निर्मल दास महाराज ने श्री राधा कृष्ण के स्वरूपों की आरती उतारी। चार दिवसीय कार्यक्रम में सबह 10 से 12 बजे तक प्रवचन व सायं को रासलीला होगी। संत निर्मल दास महाराज ने बताया कार्यक्रम का समापन 30 अक्टूबर को शाम 5 से रात्रि तक साधु संतों ब्रज वासियों के भंडारा के साथ होगा। कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के अलावा बाहर से आए हुए श्रद्धालु भी भाग ले रहे हैं।इस दौरान गोपाल दास महाराज, मुनि महाराज, स्वात्मानंद महाराज, मानसी गंगा मुकुट मुखारविंद रिसीवर उमाकांत चतुर्वेदी , केसरिया हिंदू वाहिनी के मीडिया प्रभारी पंडित उत्तम शर्मा ,श्याम दास बाबा, उमेश महाराज, ब्रम्हचारी महाराज, सागर कृष्ण दास आदि उपस्थित रहे।

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