सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में शुरू किया पेप्सिको का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड फूड्स प्लांट

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मथुरा। उन्नति की साझेदारी की भावना के अनुकूल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 एकड़ में फैले अत्याधुनिक फूड्स मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का शुभारंभ किया। कोसी कलाँ मथुरा उत्तर प्रदेश में 814 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया यह फूड्स प्लांट कमीशनिंग के साथ ही भारत में पेप्सिको का सबसे बड़ा इकलौता निवेश बन गया है। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 1500 लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य में 5,000 से अधिक किसानों के साथ जुड़ेगी पेप्सिको इंडिया। इस ग्रीनफील्ड फैसिलिटी में विविधता पर दिया जाएगा ध्यान और कुल कर्मचारियों में से महिला कर्मचारियों की संख्या करीब 30 रखने का लक्ष्य है।
राज्य सरकार की सुगम कारोबारी नीतियों की मदद से कोसी कलां फूड्स प्लांट ने दो साल से भी कम समय में परिचालन शुरू कर दिया है। यह नवीनतम प्लांट सतत ढंग से लगातार आगे बढ़ने के पेप्सिको के उद्देश्य के साथ जीत की विचारधारा को मजबूत करता है। लखनऊ (उत्तर प्रदेश) 15 सितंबर 2021 को भारत सरकार के आत्मनिर्भर विजन से प्रेरित होकर पेप्सिको इंडिया ने आज कोसी कलाँ मथुरा में 29 एकड़ में फैले अपने ग्रीनफील्ड फूड्स प्लांट की कमीशनिंग की।
इस प्लांट का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर राज्य के बुनियादी ढांचा एवं औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, दुग्ध विकास, पशुपालन व मत्स्य मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, पेप्सिको के सीईओ (अफ्रीका, पश्चिमी एशिया व दक्षिण एशिया) यूजीन विलेमसन और पेप्सिको इंडिया के प्रेसीडेंट अहमद अलशेख उ0प्र0 मुख्य कार्यपालक अधिकारी कानुपर मयूर महेश्वरी, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 गौरव ग्रोवर भी उपस्थित थे।
मथुरा में 814 करोड़ रुपये के निवेश से लगाया गया कोसी कलाँ फूड्स प्लांट भारत में मैन्युफैक्चरिंग में किया गया पेप्सिको इंडिया का अभी तक का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड निवेश है। यह कंपनी की पहली मेक ऐंड मूव फैक्ट्री है, जो कंपनी के आलू चिप्स के आइकॉनिक ब्रांड लेज की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगी। यह अत्याधुनिक फूड्स प्लांट उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगीकरण के नेतृत्व वाले विकास एजेंडे के अनुकूल है।
ग्रीनफील्ड फूड्स प्लांट सतत तेज विकास को लेकर पेप्सिको के उद्देश्य के साथ जीत की विचारधारा को मजबूती देता है और इससे राज्य में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 1,500 लोगों को रोजगार मिलेगा। प्लांट के कुल कर्मचारियों की संख्या में महिलाओं की कम से कम 30 हिस्सेदारी रखने का लक्ष्य विविधता को भी बढ़ावा देगा। कोसी कलाँ प्लांट का अन्य मुख्य पहलू है कृषि के साथ इसका मजबूत जुड़ाव। पेप्सिको इंडिया की मंशा राज्य से सालाना 1,50,000 टन आलू खरीदने की है और इसके लिए कंपनी राज्य के 5,000 किसानों के साथ मजबूत रिश्ता बनाना चाहती है।
प्लांट के शुभारंभ के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने सुधारों व उद्योग हितैषी नीतियों पर ध्यान केंद्रित कर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेज कदम उठाए हैं। इन्हीं सब कोशिशों के कारण उत्तर प्रदेश भारत में कारोबारी सुगमता के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है, जिससे रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे और किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। मैं पेप्सिको इंडिया को बधाई देता हूं कि उन्होंने दो साल से भी कम समय में इस प्लांट का परिचालन शुरू कर दिया है। हम आश्वस्त हैं कि उन्नति की साझेदारी राज्य की प्रगति में योगदान करेगी। उत्तर प्रदेश में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के बारे में राज्य के बुनियादी ढांचा एवं औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में उत्तर प्रदेश हमेशा आगे रहा है। हमारा लक्ष्य कारोबारी सुगमता व रैंकिंग के मामले में उत्तर प्रदेश को अव्वल बनाना है।
इस प्रतिबद्धता को वास्तविकता बनाने के लिए हमने क्षेत्र विशिष्ट नीतियां बनाई है, उद्योग अनुकूल सुधार जैसे श्रम नियमन, सिंगल विंडो क्लीयरेंस, समय से ऑनलाइन अनुमतियां देना और सड़क व बिजली समेत बेहतर बुनियादी ढांचा सुविधाएं दी हैं। हम निवेश के अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के लिए उद्योगों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
पेप्सिको के सीईओ (अफ्रीका, पश्चिम एशिया व दक्षिण एशिया) यूजीन विलेमसन ने कहा कि भारत हमारे लिए रणनीतिक बाजार और अफ्रीका, पश्चिम एशिया व दक्षिण एशिया (एएमईएसए) क्षेत्र में पेप्सिको के विकास का इंजन बना हुआ है। भारत के साथ कोई भी साझेदारी उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर काम किए बिना पूरी नहीं हो सकती, जहां देश की करीब 16 फीसदी आबादी रहती है। मथुरा में हमारा ग्रीनफील्ड फूड्स प्लांट लॉन्च कर उन्नति की इस साझेदारी को आगे बढ़ाने पर हमें गर्व है। यह प्लांट पेप्सिको की सबसे बेहतरीन वैश्विक टेक्नोलॉजी, स्थिरता व विविधता को यहां लागू करेगा और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने व कृषि के साथ मजबूत संबंध बनाकर राज्य के समग्र विकास में योगदान करेगा।


पेप्सिको इंडिया के प्रेसीडेंट व सीईओ अहमद अलशेख ने कहा कि कोसी कलाँ मथुरा में हमारे नए फूड्स प्लांट का शुभारंभ आत्मनिर्भर भारत की भावना के अनुरूप है। इस फूड्स प्लांट का परिचालन शुरू होने के साथ ही यह देश में 814 करोड़ रुपये का पेप्सिको का एकल सबसे बड़ा निवेश बन गया है। उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन के समर्थन ने दो साल से भी कम समय में हमारा यह अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हमें उत्तर प्रदेश के साथ अपनी उन्नति की साझेदारी को मजबूत करने पर गर्व है। पेप्सिको इंडिया ने अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी का उपयोग कर कोसी कलाँ मथुरा में फूड्स प्लांट विकसित किया है। कंपनी राज्य में सप्लाई चेन को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक कोल्ड स्टोरेज गोदाम भी शुरू करेगी। कोल्ड स्टोरेज टेक्नोलॉजी से आलू को लंबे समय तक बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही पेप्सिको की उद्देश्य के साथ जीत की विचारधारा को बनाए रखते हुए फूड्स प्लांट सबसे बेहतरीन वहनीयता व्यवहार अपनाएगा और निवेश से एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल करेगा। प्लांट ने निकट भविष्य में अक्षय ऊर्जा का अधिक उपयोग करने की दिशा में भी कदम बढ़ाने की योजना बनाई है। मेक ऐंड मूव मॉडल के तहत उत्पाद जिस प्लांट में बनते हैं उन्हें वहीं से सीधे वितरकों को बेच दिया जाता है, जबकि आमतौर पर तैयार उत्पादों को थर्ड पार्टी द्वारा संचालित मदर वेयरहाउस में डिस्पैच किया जाता है। पेप्सिको इंडिया के बारे में पेप्सिको ने 1989 में भारतीय बाजार में कदम रखा था और अब यह भारत में सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय फूड एंड बेवरेज कंपनी बन चुकी है।
पेप्सिको इंडिया नियमित तौर पर देश में निवेश कर रही है और देशभर में स्थित 62 संयंत्रों के साथ कंपनी ने अपना विस्तृत बेवेरेज और स्नैक फूड कारोबार विकसित कर लिया है। पेप्सिको इंडिया के विविधता भरे पोर्टफोलियो में पेप्सी, लेज, कुरकुरे, ट्रॉपिकाना, गैटोरेड और क्वेकर जैसे आइकॉनिक ब्रांड्स शामिल हैं। भारत में पेप्सिको की प्रगति परफॉरमेंस विदपर्पज के सिद्धांत से निर्देशित है, जो कि कंपनी के इस बुनियादी भरोसे से आधारित है कि उसकी कामयाबी आसपास की दुनिया के पर्यावरण अनुकूल होने के साथ गहराई से जुड़ी है।
हमारा मानना है कि जिन उत्पादों की हम बिक्री करते हैं , उनमें लगातार सुधार कर अपने ग्रहक की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी के साथ परिचालन करते हुए तथा दुनियाभर के लोगों को सशक्त बनाने की हमारी नीति ने ही पेप्सिको को एक सफल वैश्विक कंपनी बनाया है, जो समाज और हमारे हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य तथा- सृजन कर रही है। 2009 में पेप्सिको इंडिया ने पेय की दुनिया में पॉजिटिव वॉटर बैलेंस का हासिल करने वाले पहले बिजनेस का दर्जा हासिल कर एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है और इस तथ्य का सत्यापन डेलॉइट टूशे तोहतात्सु इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा चुका है। तत्पश्चात मंत्रियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।

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