वर्षा रामनानी
टेलीफोन, टेलीविजन व वीडियो काॅफ्रेंसिंग से युक्त सेन्टर समन्वय, नियंत्रण व निगरानी में अहम भूमिका निभायेगा
आपदा में राहत व बचाव में डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर महत्वपूर्ण योगदान देगा
मथुरा। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कलेक्ट्रेट परिसर में डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर का फीता काटकर उदघाटन किया। इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें विडियो कॉन्फ्रेंसिंग स्टूडियो है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल से सुसज्जित है, जो किसी भी आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों की विस्तृत योजना स्थापित करने के लिए एक थिंक टैंक के उद्देश्य को पूरा करेगा और साथ ही एक ऐसी जगह के रूप में भी कार्य करेगा जहां किसी भी खतरनाक व आपदा की स्थिति के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा आवश्यक तथा महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।
राहत आयुक्त कार्यालय एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से आयोजित सभी आपदा संबंधी वीडियो कांफ्रेंस इस वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से संचालित की जाएंगी। केन्द्र नियंत्रण कक्ष से भी सुसज्जित है। किसी भी आपदा की स्थिति के दौरान समन्वय और निगरानी के लिए टेलीविजन सेट, टेलीफोन लाइन, इंटरनेट सुविधा और कंप्यूटर स्थापित हैं। यह नियंत्रण कक्ष किसी भी आपदा के दौरान जिला प्रशासन से त्वरित प्रतिक्रिया के लिए सभी संबंधित अधिकारियों के साथ सीधे समन्वय करेगा।
यह नियंत्रण कक्ष राज्य और जिला प्राधिकरणों के बीच निरंतर संपर्क के लिए राहत आयुक्त कार्यालय में स्थापित राज्य इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर से जुड़ा रहेगा। डिजास्टर स्टोर रूम डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में एक डिजास्टर स्टोर रूम भी उपलब्ध है, जहां लाइफबॉय, मेगाफोन, हेलमेट, रस्सियां, टेंट, कुदाल, कंबल आदि जैसे आपातकालीन उपकरण हैं, जिनका उपयोग किसी भी आपदा में बचाव और राहत अभियान के दौरान किया जाएगा।
डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर का उद्देश्य है कि किसी भी आपदा के दौरान बचाव और राहत अभियान से जुड़ी गतिविधियों के संबंध में सूचना के प्रवाह व समन्वय करने के लिए यह अति महत्वपूर्ण है। जनपद में एक सुसज्जित इमरजेन्सी ऑपरेशन सेंटर संचालित हो गया है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर आपातकालीन संचालन गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऐगा। इसके माध्यम से आपदा प्रबन्धन से संबंधित संसाधनों, महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबरों, महत्वपूर्ण सरकारी और गैर-सरकारी अधिकारियों के नाम और पते, अंतर्राष्ट्रीय निकायों, गैर-सरकारी संगठनों आदि का एक व्यवस्थित डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिसे आपदा के समय प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु उपयोग किया जा सके।
डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर का कार्य न केवल आपदा को नियंत्रित करना है, बल्कि पुर्नवास और शमन कराना भी है। कोई नहीं जानता कि कब आपदा आ जाए, इसलिए जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए पहले से ही तैयार रहना बेहतर है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर विभिन्न आपदा प्रबन्धन कार्यक्रमों की निगरानी करते हुये तथा विभिन्न संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करते हुये जनपद में प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु कार्य करेगा।
उदघाटन कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व योगानन्द पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर वैभव गुप्ता, संतराम दास, आदेश, नाजिर सहित कलेक्टेªट परिसर के अधिकारी तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने आधुनिक डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर का उदघाटन किया
टेलीफोन, टेलीविजन व वीडियो काॅफ्रेंसिंग से युक्त सेन्टर समन्वय, नियंत्रण व निगरानी में अहम भूमिका निभायेगा
आपदा में राहत व बचाव में डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर महत्वपूर्ण योगदान देगा
मथुरा 15 मार्च। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कलेक्टेªट परिसर में डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर का फीता काटकर उदघाटन किया। इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें विडियो काॅफ्रंेसिंग स्टूडियो है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल से सुसज्जित है, जो किसी भी आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों की विस्तृत योजना स्थापित करने के लिए एक थिंक टैंक के उद्देश्य को पूरा करेगा और साथ ही एक ऐसी जगह के रूप में भी कार्य करेगा जहां किसी भी खतरनाक व आपदा की स्थिति के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा आवश्यक तथा महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।
राहत आयुक्त कार्यालय एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से आयोजित सभी आपदा संबंधी वीडियो कांफ्रेंस इस वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से संचालित की जाएंगी। केन्द्र नियंत्रण कक्ष से भी सुसज्जित है। किसी भी आपदा की स्थिति के दौरान समन्वय और निगरानी के लिए टेलीविजन सेट, टेलीफोन लाइन, इंटरनेट सुविधा और कंप्यूटर स्थापित हैं। यह नियंत्रण कक्ष किसी भी आपदा के दौरान जिला प्रशासन से त्वरित प्रतिक्रिया के लिए सभी संबंधित अधिकारियों के साथ सीधे समन्वय करेगा।
यह नियंत्रण कक्ष राज्य और जिला प्राधिकरणों के बीच निरंतर संपर्क के लिए राहत आयुक्त कार्यालय में स्थापित राज्य इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर से जुड़ा रहेगा। डिजास्टर स्टोर रूम डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में एक डिजास्टर स्टोर रूम भी उपलब्ध है, जहां लाइफबॉय, मेगाफोन, हेलमेट, रस्सियां, टेंट, कुदाल, कंबल आदि जैसे आपातकालीन उपकरण हैं, जिनका उपयोग किसी भी आपदा में बचाव और राहत अभियान के दौरान किया जाएगा।
डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी ऑपरेशन सेन्टर का उद्देश्य है कि किसी भी आपदा के दौरान बचाव और राहत अभियान से जुड़ी गतिविधियों के संबंध में सूचना के प्रवाह व समन्वय करने के लिए यह अति महत्वपूर्ण है। जनपद में एक सुसज्जित इमरजेन्सी ऑपरेशन सेंटर संचालित हो गया है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर आपातकालीन संचालन गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऐगा। इसके माध्यम से आपदा प्रबन्धन से संबंधित संसाधनों, महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबरों, महत्वपूर्ण सरकारी और गैर-सरकारी अधिकारियों के नाम और पते, अंतर्राष्ट्रीय निकायों, गैर-सरकारी संगठनों आदि का एक व्यवस्थित डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिसे आपदा के समय प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु उपयोग किया जा सके।
डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर का कार्य न केवल आपदा को नियंत्रित करना है, बल्कि पुर्नवास और शमन कराना भी है। कोई नहीं जानता कि कब आपदा आ जाए, इसलिए जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए पहले से ही तैयार रहना बेहतर है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर विभिन्न आपदा प्रबन्धन कार्यक्रमों की निगरानी करते हुये तथा विभिन्न संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करते हुये जनपद में प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु कार्य करेगा।
उदघाटन कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व योगानन्द पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर वैभव गुप्ता, संतराम दास, आदेश, नाजिर सहित कलेक्टेªट परिसर के अधिकारी तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।