-निजीकरण होने से युवा वर्ग को नही मिलेगी सरकारी नौकरी: पांडेय
-संगठन के नेताओं ने की एकजुटता रहने की अपील
मथुरा। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आहवान पर सरकारी बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। बैंकों में ताले लगे रहे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया होली गेट शाखा पर निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने नारेबाजी। प्रदर्शन में यूपीबीईयू के प्रांतीय अध्यक्ष के एच पांडेय ने सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध करते हुए कहा कि सरकारी बैंकों के निजीकरण होने से देश के किसान मजदूर छोटे व्यापारी वर्ग तबाह हो जाएंगे। आम जनता का निजी क्षेत्र की बैंकों में जाना दूभर हो जाएगा। युवा वर्ग को सरकारी नौकरी नही मिलेगी।
प्रदर्शन में यूपीबीईयू के लीडर बामनजी चतुर्वेदी, यूपीबीई यू के जिलाध्यक्ष साथी जग मोहन शर्मा, सिंडीकेट बैंक के लीडर मुरारी लाल शर्मा, अमर सिंह, गोविंद प्रसाद, जीतू दिवाकर, भूपेंद्र सिंह, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लीडर गजेंद्र सिंह, पूरन सिंह, एआईबीओए के लीडर बीएस रावत, रोहित दास, नरेश चतुर्वेदी, बैंक ऑफ बड़ौदा के लीडर महेश शर्मा, प्रदीप यादव यूको बैंक के लीडर बिजेंद्र सिंह, केनरा बैंक के लीडर शोभित वर्मा, प्रमोद मिश्रा,यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के लीडर आर के सिंह, प्रभात मिश्रा, गजेंद्र सिंह, राम गोपालई, ओबीसी के लीडर कुलदीप शर्मा, विपिन कुमार, गोविंद मीना, पवन सारस्वत, राजशेखर झा, राजेश यादव, महिंद्र शर्मा, रत्नाकर, जितेंद्र कुमार, पीएनबी लीडर जुगल किशोर, हर्ष भाटिया, मनवीर आदि ने सरकार के निजीकरण की नीति की आलोचना की। एकजुट रहने की अपील की।
प्रदर्शन का संचालन यूपीबीईयू के जिला सचिव एवं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक के के पांडेय ने सरकार से निजीकरण की नीति को वापस लेने की अपील की।