वृंदावन । रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन में युवा सम्मलेन का भव्य आयोजन किया गया । भारत की स्वतंत्रता के ७५ वीं वर्षगांठ पर तथा रामकृष्ण मिशन के १२५ वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में “आज़ादी का अमृत महोत्सव और स्वामी विवेकानंद” को समर्पित एक भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन किया गया | स्वामी विवेकानंद हॉल पूरी तरह से खचाखच भरा हुआ था |
सर्वप्रथम दीप प्रज्जवल्लन के माध्यम से कार्यक्रम का आरम्भ हुआ जिस दौरान रामकृष्ण संघ के ब्रह्मचारियों ने वैदिक मन्त्रों के द्वारा आध्यात्मिक वातावरण बना दिया | कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रामकृष्ण आश्रम उज्जैन के सचिव स्वामी राघवेंद्रनंदजी ने की | रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी सुप्रकाशनंदजी महराज ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि वर्ष 2022 भारतीय स्वतंत्रता का 75वां वर्ष है। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि आज सम्पूर्ण भारत इसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में विभिन्न प्रकार से मना रहा है | मैं आशा करता हूँ की यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा | तथा आप लोगों को मुझे यह विदित करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि स्वामी विवेकानंद जी महाराज के द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन की यह १२५ वीं वर्षगांठ भी है | सर्वप्रथम हम लोगों ने विभिन्न विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में चार क्षेत्रों में प्रतियोगिता आयोजित करवाई थी जिनमें निबंध लेखन, स्वरचित कविता लेखन, भाषण तथा चित्रकला सम्मिलित था | आप सभी ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इस प्रकार हमारा प्रथम चरण पूर्ण हुआ | इसके अगले चरण में आज युवा सम्मलेन का आयोजन किया गया है जिसमे आप सब की उपस्थिति से हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है | मैं उन सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं और समस्त विद्यार्थियों का स्वागत करना चाहता हूं, जिन्होंने इस युवा सम्मेलन और इस संबंध में आयोजित प्रतियोगिताओं में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्साह दिखाया।
कान्हा माखन पब्लिक स्कूल, वृन्दावन ने सरस्वती वंदना तथा वन्दे मातरम गीत प्रस्तुत करके सबको मुग्ध कर दिया | तत्पश्चात सेवाश्रम के ब्रह्मचारी हरिदेवचैतन्य जी ने आज़ादी का अमृत महोत्सव में स्वामी विवेकानंद जी की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला | उन्होंने वर्त्तमान समय की परिस्थितियों में स्वामीजी के मार्गदर्शनों की सुन्दर व्याख्या की | इसके पश्चात बच्चों के मन को लुभालेने वाली नैतिक शिक्षाओं पर आधारित एक संक्षिप्त एनीमेशन शो दिखाया गया | तत्पश्चात स्वामी गितेशानंदजी महाराज ने महिला सशक्तिकरण पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भूमिका पर प्रकाश डाला | उन्होंने विभिन्न तथ्यों और अपनी शुद्ध हिंदी से सबको बांधे रखा | इसी क्रम में बढ़ते हुए हजारीमल सोमानी नगर निगम इंटर कॉलेज की छात्रा रजनी ने देशभक्ति गीत गाकर सबमें देशभक्ति की भावना की लहर फैला दी | क्रम को आगे बढ़ाते हुए स्वामी दिव्यतत्त्वानंदजी महाराज ने ‘स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से हम क्या सीख सकते हैं’ विषय पर व्याख्यान दिया | उन्होंने पांच स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन से प्रेरक घटनाओं का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को अनुप्रेरित किया | तत्पश्चात रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, वृन्दावन की छात्राओं ने एक अभिनय प्रस्तुत किया | भारत माता, लक्ष्मी बाई, भगत सिंह, महात्मा गाँधी, सुभाष चंद्र बोस और स्वामी विवेकानंद के गीतों से उनके मंच पर आने पर और उनकी अमरवाणियों को सुनकर तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल गूंज उठता था | उपस्थित सभी श्रोताओं ने उनके अभिनय को सराहा | तत्पश्चात स्वामी ओजोमयानन्दजी महाराज ने व्यक्तित्व के विकास पर अपने विचार व्यक्त किये | उन्होंने विद्यार्थियों को कई उदाहरण देते हुए सफलता के रहस्य पर व्याख्या की | इसके पश्चात एक बड़े स्क्रीन पर “स्वामी विवेकानंद की आत्मकथा” शो दिखाया गया | एक सिनेमा की तरह के वातावरण से अंत तक सारे दर्शक स्तब्ध रहे | तत्पश्चात बी एस ए महाविद्यालय के दो छात्रों ने कविता पाठ करके सबमे उत्साह भर दिया| तत्पश्चात स्वामी राघवेन्द्रानंदजी महाराज ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का रोचक ढंग से उत्तर दिया | इसके बाद महाराज जी ने अपने कुछ अनुपम अनुभवों से सबका मन जीत लिया |
इसके पश्चात पुरस्कार वितरण किये गए | धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात हनुमान प्रसाद धानुका बालिका विद्या मंदिर, वृन्दावन की छात्राओं ने राष्ट्रगान के माध्यम से कार्यक्रम का समापन किया | विदाई के समय सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को पुस्तक और फ़ूड पैकेट दिया गया|
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम हॉस्पिटल, वृन्दावन के प्रभारी स्वामी कालीकृष्णानन्दजी महाराज ने प्रेस को यह अवगत करते हुए बताया कि रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम ने सर्वप्रथम विभिन्न विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में चार क्षेत्रों में प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई थी जिनमें निबंध लेखन, स्वरचित कविता लेखन, भाषण तथा चित्रकला सम्मिलित था | जिसमें १७ संस्थाओं ने भाग लिया था | सभी ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था | इस प्रकार इस कार्यक्रम का प्रथम चरण पूर्ण हुआ | इसके अगले चरण में आज युवा सम्मलेन का आयोजन किया गया था| जिसमें ९६ विद्यार्थियों ने प्रथम व द्वितीय पुरस्कार तथा ३०६ विद्यार्थियों को सान्तवना पुरस्कार दिया गया | युवा सम्मलेन में कुल ३६७ विद्यार्थियों और २९ शिक्षक – शिक्षिकाओं ने भाग लिया | कुल ६९७ विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया | इस अवसर पर समस्त विद्यालयों में हुई प्रतियोगिताओं के चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी जो सबके आकर्षण का केंद्र रहा | जिन संस्थाओं ने इस युवा सम्मलेन में भाग लिया उन संस्थाओं के नाम हैं रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम निवेदिता नर्सिंग स्कूल, वृन्दावन, कान्हा माखन पब्लिक स्कूल, वृन्दावन, हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती विद्या मंदिर, वृन्दावन, सत्यादेवी गर्ग सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज, वृन्दावन, वृन्दावन पब्लिक स्कूल, वृन्दावन, हजारी मल सोमानी नगर निगम इण्टर कॉलेज, वृन्दावन, बी एस ए कॉलेज, मथुरा, अमरनाथ गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मथुरा, गिर्राज महाराज कॉलेज, मथुरा, किशोरी रमन कॉलेज, मथुरा, ए एस एम महाविद्यालय, मथुरा, नगर निगम इण्टर बालिका कॉलेज, वृन्दावन, प्रेम महाविद्यालय, वृन्दावन, संविद गुरुकुलम, संस्कृति यूनिवर्सिटी, मथुरा , जी एल ए यूनिवर्सिटी, मथुरा | युवाओं को अपने उपदेश में उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं , युवा पीढ़ी को चाहिए वे स्वामीजी का अध्ययन करें | आज युवा नैराश्य का जीवन जीता है, आत्मविश्वाश की कमी से परेशान रहता है इन सबकी दवा स्वामी जी का सानिद्ध्य है | स्वामीजी के विचार हमें ऊर्जा देते हैं | आज़ादी के अमृत महोत्सव में मैं सभी को बधाइयाँ देता हूँ |