आशा व आंगनबाड़ी डोर टू डोर पहुंचकर बुखार के अलावा कोरोना टीबी रोगी, कुपोषण के शिकार बच्चों व महिलाओं को चिह्नित कर रहीं
दो सप्ताह में 1054 लोगों की कोरोना की जांच की गई, 5 टीबी रोगी मिले, 50 हजार घरों में दस्तक दी गई
मथुरा। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान में दो सप्ताह के अंदर डोर टू डोर 671 लोगों के बुखार की जांच की गयी। ये सभी नेगेटिव मिले।
अभियान में आंगनवाड़ी व आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर पहुंच रही हैं। वे डेंगू बुखार के मरीज और मलेरिया के मरीजों के आलावा कुपोषित बच्चे व महिलाएं तलाश रही हैं। टीबी रोगी एवं कोरोना के मरीजों की भी पहचान कर अस्पतालों को संदर्भित किया जा रहा है। दो सप्ताह के दौरान 5 टीबी रोगी मिले हैं। जबकि कोविड-19 की 1054 लोगों की जांच की गई। ये सभी नेगेटिव मिले है। अभी तक कुपोषित बच्चे 14 ही मिले हैं। उनमें से 12 को का इलाज शुरु कराया गया है।
जिला मलेरिया अधिकारी आर के सिंह ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में जानकारी दी कि संचारी रोग और दस्तक दोनों अभियानों में दस विभाग सम्मिलित हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला मलेरिया विभाग वह स्वयं नोडल अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।
नगर विकास विभाग की ओर से नगर निगम व नगर पंचायत, जिला पंचायती राज विभाग की ओर से ग्राम पंचायतों ने फागिंग और झाड़ियों का कटान व सफाई अभियान चला रखा है।
इसके अलावा पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांगजन कल्याण विभाग समाज कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई, सूचना विभाग और उद्यान विभाग को भी दोनों अभियानों में जुटाया गया है।
उन्होंने बताया कि कुल 276657 घरों में आशा व आंगनवाड़ी को दस्तक देने का लक्ष्य रखा गया है। दो सप्ताह के अंदर लगभग 50 हजार घरों में आशा व आंगनबाड़ी पहुंच चुकी हैं।
जिला पंचायती राज विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर फॉगिंग, एंटी लार्वा दवा का छिड़काव व सफाई कार्य करा रहा।
जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह बताते हैं कि जनपद में पिछले कुछ दिनों से फैल रहे डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए यह अभियान काफी कारगर साबित होगा। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल और जिला पंचायती राज अधिकारी किरण चौधरी प्रतिदिन गांव में पहुंच रहे हैं और सफाई कर्मचारियों द्वारा दवा के छिड़काव की स्थल पर जानकारी ले रहे हैं।
जिला पंचायती राज अधिकारी किरण चौधरी ने बताया कि जनपद की समस्त 504 ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई अभियान के अन्तर्गत नालियों की साफ-सफाई, झाड़ियो की कटाई, तथा ग्राम पंचायतों के सम्पूर्ण परिसर को साफ-सुथरा कराया जा रहा है। समस्त ग्राम पंचायतों में एन्टी लार्वा दवा का छिड़काव एवं फौगिंग का भी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। अगर किसी पंचायत में जलभराव की स्थिति है तो प्राथमिकता के आधार पर उसका निस्तारण तुरन्त हो रहा है। सम्पूर्ण स्वच्छता हेतु ग्रामों में खाद के गड्ढों डस्टबिन लगवाये जा रहे हैं। जनपद में सफाई कर्मचारियों की टीम बनाकर साफ-सफाई कराई जा रही है।
जिला पंचायती राज अधिकारी ने निर्देशित किया हैं कि जिसकी देख-रेख सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) एवं ग्राम पंचायत सचिवों के माध्यम से मॉनिटरिंग कराई जा रही है। सभी संबंधित सचिव एवं एडीओ पंचायत निरीक्षण करते रहे और साफ-सफाई का जायजा लेते रहे। एंटी लार्वा छिड़काव, सैनिटाइजेशन व फागिंग कार्य की लगातार समीक्षा भी की जा रही है।
बलदेव क्षेत्र की आशा स्नेही ने जानकारी दी कि सुबह से लेकर शाम तक दस्तक अभियान के तहत स्टीकर चिपकाए जा रहे हैं। पंचायत के सफाई कर्मियों द्वारा दवा छिड़काव की जानकारी लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
संचारी रोगों के खाते में को ये एहतियात बरतें
मथुरा। अपने आसपास गंदगी और जल भराव न होने दें। घरेलू जल पात्रों को खाली रखें। निष्प्रयोज्य सामग्री जैसे नारियल के खोल, टायर, टीन व अन्य प्लास्टिक के जल पात्र को नष्ट कर दिया जाए।