आगरा-मथुरा। जूनियर इंजीनियर के निलंबन को लेकर बिजली इंजीनियर आक्रोशित हैं। जूनियर इंजीनियर संगठन ने कार्रवाई की निंदा करते हुए पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। घटना वाले दिन के बिजली सुधार कार्य के फोटो भी दिखाए गए। इधर अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद भी समझौता नहीं हो सका। चीफ इंजीनियर,अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन भी सौंपा गया। अभियंता संघ भी हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। गुरुवार को भी इस मामले में जूनियर इंजीनियरों ने आपस में बातचीत करना शुरू कर दिया है। बुधवार शहर एवं देहात के जूनियर इंजीनियर कैंट कार्यालय पर एकत्रित हुए और बैठक की। एक तरफा कार्रवाई की निंदा की और निलंबन वापसी की मांग की। इंजीनियरों ने अधिकारियों से मुलाकात कर पक्ष रखा। बताया कि घटना वाले दिन जेई ने रात में कार्य कराया, जिसके फोटो ग्रुप में हैं। सर्दी में स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह घर चला गया। रिपोर्ट में लगाए गए आरोप गलत हैं। निलम्बित जेई ने भी चीफ इंजीनियर एवं एसई शहरी को प्रार्थना पत्र देकर अपना पक्ष रखा है। कैंट कार्यालय पर संगठन के यादवेन्द्र, राकेश कुमार यादव, सतेन्द्र मौर्या, उदित, अशोक यादव, पोपेन्दर, रवि मौर्या आदि जूनियर इंजीनियर मौजूद थे। दूसरी तरफ विभाग ने पूरे घटनाक्रम से दक्षिणांचल मुख्यालय को अवगत करा दिया है। चीफ इंजीनियर प्रद्युम्न त्रिपाठी के अनुसार दोनों ने अपना-अपना पक्ष रखते हुए प्रार्थना पत्र दिया है। एसई शहरी मनोज कुमार के अनुसार दोनों पक्षों को समझाया गया है कि प्रकरण को समाप्त करें। विभागीय कार्यों पर ध्यान दें। दूसरी तरफ दक्षिणांचल मुख्यालय के अधिकारियों ने भी मामले का संज्ञान लिया है।