इन्वेस्टर समिट का निवेश प्रदेश में लाखों नौकरियां लेकर आएगा-सीएम योगी

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मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा स्थित जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित 11 वें दीक्षांत समारोह में कहा कि उप्र इन्वेस्टर ग्लोबल समिट में हुआ निवेश सभी युवाओं के लिए रोजगार की अनंत संभावनाए बनाएगा। जब प्रदेश में होने वाला निवेश और खुलने वाली नयी नयी यूनिटें युवाओं के लिए लाखों नौकरियां लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप की संस्कृति के लिए युवाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ें। साथ ही मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कैरियर की दौड़ में बढ़ने के साथ ही अपनी विरासत से आत्मीयता और संवाद बनाए रखने का भी संदेश दिया।

सोमवार को हाईवे स्थित जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में सीएम योगी ने भारतीय संस्कृति और परंपरा के महिमा मंडन के बाद कहा कि यदि प्रोडैक्ट की पैकेजिंग अच्छी है तो लोग उसके पीछे भागते हैं। हर एक चीज का अपना महत्व है। जीएलए विवि ने अनेक क्षेत्रों में बेहतर कार्य किया है। सीएम ने कहा कि 2002 में जब उप्र में टेक्निकल यूनिवर्सिटी स्थापित हुई तो विवि के रूप में अपने आप को स्थापित करना और विवि के रूप में भी अच्छी रेपुटेशन हासिल करना, उसका परिणाम आज हम सबके सामने हैं। प्रो डीएस चौहान ने जब उप्र के टेक्निकल विवि की बात कही, दुर्भाग्य से उस समय की सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसी लिए बहुत पीछे हम रह गए, क्योंकि जिन लोगों ने इस पर काम किया, वे आगे बढ़ गए। जीएलए के रूप में टेक्निकल विवि खुलने के बाद उन सभी कोर्सेस को लेकर काम कर रहा है। इसे रिसर्च सेंटर के रूप में स्थापित किया।
सीए ने उप्र की इन्वेस्टर ग्लोबल समिट को लेकर कहा कि 2018 में जब हमने पहला समिट किया, उस समय पहली बार टीम गठित की गई थी, जिसकी 19 से 30 हजार करोड़ के निवेश की योजना थी। हमने कहा कि उप्र का बजट 4 लाख 22 हजार का है, उससे कम का निवेश नहीं। बाद में 4 लाख 68 हजार के निवेश आए। यहां पेप्सी की यूनिट आयी और इसी तरक की तमाम यूनिट आयी। यह निवेश इन सभी युवाओं के रोजगार की अनंत संभावनाए बनाएगा। उप्र में स्थापित होने वाली यूनिट और निवेश लाखों नौकरियां लेकर आएगा। विवि अपने विद्यार्थियों को तैयार करे, यह आज की आवश्यकता है। उन्होंने छात्र छात्राओं से स्वयं को तकनीकी रूप से तैयार करने के साथ साथ अपनी विरासत से संवाद बनाए रखने और उसके साथ अपना आत्मीय संबंध जोड़ते रहने का भी आह्वान किया।

सरकारी योजनाओं से युवाओं को जोड़ें
सीएम ने कहा कि विवि को इस दिशा में नए प्रयास करने चाहिए कि शासन की केंद्र ओर राज्य की योजनाओं को हम अपने पाठयक्रम का हिस्सा कैसे बनाएं। सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं को उनसे अलग करने की हम अक्सर कोशिश करते हैं, लेकिन जब छात्र यहां से निकलेगा तो क्या होगा। हमें एक टीम गठित करनी चाहिए जो छात्र छात्राओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दे। कोई अपना रोजगार खड़ा करना चाहिता है, परिवार के पास पैसा नहीं है। आसानी से वह स्टार्ट अप हासिल करना चाहता है, इसके लिए सरकारी योजनाएं जरुरी हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने इंटनर्शशिप की स्कीम निकाली हे। आधा मानदेय आप दीजिए, आधा हम देंगे। छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेना चाहते हैं, उसकी तैयारियों की व्यवस्था की है। उप्र में तकनीकी रूप से समर्थ होने के लिए शासन की स्कीम का लाभ लें। स्टार्ट अप की एक नयी संस्कृति को जन्म देना होगा। एमएसएमई का सबसे बड़ा बेस हमारे पास है। सरकार ने 96 लाख इकाईयों को बचाया। हमने एक स्कीम निकाली। हमारे परंपरागत उद्योगों से जुड़े लोगों ने अपने पुरुषार्थ से रास्ता दिखाया।

वर्चुअल पैटर्न विवि की क्लासों में हो
सीएम योगी ने कहा कि हमने कोरोना काल में वर्चुअल आईसीयू चलाए। उप्र के 36 जनपद ऐसे थे, जिनके पास एक भी वेंटिलेटर नहीं थे। हमने उन जिलों को वेंटिलेटर दिए। हमने लखनऊ में उनको ट्रेनिंग दिलाई। इसको आगे बढ़ाने के लिए हर जनपद में नियमित रूप से व्यवस्था बनाई। वर्चुअल तरीके से भी जगह की व्यवस्थाएं देखीं। पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में हम आईसीयू देने में सफल रहे। यदि वर्चुअल आईसीयू चल सकता है तो कोई कोरण नहीं कि हम अपनी संस्थाओं में क्लासों में इसे प्रयोग न कर सकें। हमें उस दिशा में प्रयास करने होंगे। प्रधानमंत्री की मंशा है कि इस 21 वीं सदी का नेतृत्व भारत दुनिया को दे और जी 20 के रूप में यही अवसर भारत के पास आया है।

कोरोना के प्रबंधन को दुनिया ने सराहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में आपने देखा होगा कि क्या स्थिति थी। लोग सशंकित थे कि भारत और उप्र में क्या होगा। दुनिया में जितने लोगा कोरोना से मरे थे, लेकिन उससे ज्यादा मौत भूख से हुई थी। लेकिन हमारी सरकार ने फ्री में टेस्ट, फ्री में उपचार, फ्री में वैक्सीन थी। पहली बार यह हुआ कि किसी महामारी के 9 महीने में ही वैक्सीन आ जाए। दुनिया में सबसे कम मृत्युदर और प्रबंधन भारत का रहा। डब्लूएचओ जैसी संस्थाओं ने भी सराहा।

मित्र देशों के प्रतिनिधियों को दिखाएं सामर्थ्य और आतिथ्य
सीएम ने कहा कि जी 20 के समिट के माध्यम से हम अपने आप को वैश्विक मंच पर स्थापित कर सकते हैं। उप्र के अंदर भी कुछ समिट होने है, उसके लिए तैयारी करनी है। अपने यहां आतिथ्य और सेवा के लिए भारत प्रसिद्ध है। 9 मित्र देशों के प्रतिनिधियों के आगामी आगमन पर हम आतिथ्य सेवा कर सकते हैं। वे यहां प्र प्रमुख सामाजिक और पौराणिक स्थलों का भ्रमण करेंगे, उनकी व्यवस्था में हम सहयोग कर सकते हैं, ताकि वे यहां के सामर्थ्य, आतिथ्य भाव और स्वच्छता को देखें तो एक नयी छवि लेकर जाएं। हमने किन किन क्षेत्रों में प्रगति की है, इसे दिखाने का भी अवसर होगा।

उपस्थिति

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज के अध्यक्ष जेसी चौधरी, जीएलए के कुलाधिपति नारायणदास अग्रवाल, डायरेक्टर नीरज अग्रवाल, चीफ फाईनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल, कुलपति फाल्गुनी गुप्ता, प्रतिकुलपति अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

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