हर्ष श्रीवास्तव, मथुरा। पूर्वोत्तर रेलवे का मथुरा छावनी स्टेशन भी अब वाई क्लास केटेगरी में शामिल हो गया है। अब यहां के कर्मचारियों को भी 16% एचआरए मिलेगा। मथुरा में हुए 2017-18 चुनाव के बाद से ही मथुरा वाई श्रेणी में आ चुका था और नगर पालिका से नगर निगम बनने के बाद यहाँ के सभी सरकारी कर्मचारी 16% एचआरए के हक़दार हो गए थे। लेकिन कई प्रयासों के बाद भी पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा छावनी स्टेशन के कर्मचारियों को इसका फ़ायदा नहीं मिल पा रहा था। वहीं उत्तर मध्य रेलवे का मथुरा जंक्शन स्टेशन काफ़ी समय पहले से ही वाई श्रेणी में शामिल हो चुका था और वहां 16% एचआरए मिल रहा था। लेकिन मात्र 1.5 किलोमीटर दूरी होने के बावज़ूद और शहर के बीचों – बीच बसे हुए इस स्टेशन के कर्मचारियों को इस सुविधा से वंचित रखा गया। एआईआरएफ/नरमू की दख़ल के बाद स्टेशन को इस श्रेणी में लाया गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी के मुताबिक काफी लंबे समय से एआईआरएफ/नरमू यह मांग कर रही थी कि छावनी स्टेशन के कर्मचारियों को भी 16% एचआरए मिले। उन्होंने आगे बताया कि मथुरा जंक्शन के कर्मचारियों को तो 16% मकान किराया भत्ता मिल रहा था लेकिन मथुरा छावनी के कर्मचारियों को पुराने दरों के हिसाब से 8% ही आवासीय किराया भत्ता मिल रहा है। एआईआरएफ के महामंत्री कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा ने इस मामले को रेल मंत्रालय दिल्ली (रेलवे बोर्ड) स्तर पर उठाया और 15 सितम्बर 2021 को रेलवे बोर्ड ने अपने पत्र संख्या E(P&A) II-2015/HRA-7 दिनांक 15.09.2021 द्वारा आदेश जारी कर दिया है कि मथुरा कैंट के कर्मचारियों को भी वाई श्रेणी के शहर में सम्मिलित करते हुए उन्हें भी 16% एचआरए का भुगतान किया जाए। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने CRIS को 09 सितम्बर 2021 को पत्र लिखकर ‘वाई’ श्रेणी में सम्मिलित करने के लिए आदेश दे दिए है शीघ्र ही मथुरा छावनी के कर्मचारियों को 16% एचआरए मिलने लगेगा। नरमू मथुरा शाखा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि यह मथुरा कैंट के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
मथुरा से हर्ष श्रीवास्तव की रिपोर्ट।