पश्चिमी बंगाल में 2021 के चुनाव के बाद टीएमसी के कार्यकर्ताओं व जिहादियों द्वारा की गई हिंदुओं के साथ अभूतपूर्व हिंसा व अत्याचार- विहिप

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मथुरा। विश्व हिंदू परिषद मथुरा महानगर का एक प्रतिनिधि मंडल श्रीउमा शक्तिपीठ वृंदावन के शंकराचार्य स्वामी श्री रामदेवानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में आज जिलााधिकारी मथुरा श्री नवनीत सिंह चहल से मिला तथा महामहिम राष्ट्रपति जी के नाम ज्ञापन दिया गया । विहिप के महानगर कार्याध्यक्ष अमित जैन ने ज्ञापन में महामहिम से निवेदन किया है कि वह अपने संविधानप्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए राष्ट्र व हिंदू विरोधी सुश्री ममता बनर्जी सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें तथा बंगाल में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त आदेश दें जिससे बंगाल का हिंदू समाज शांतिपूर्वक जीवन यापन कर सके और बंगाल में न्याय व्यवस्था स्थापित हो सके तथा ऐसे कार्य जिससे वहां के हिंदू समाज को यह अनुभूति हो सके कि संपूर्ण राष्ट्र दृढ़ता से उनके साथ में खड़ा हुआ है । तथा यह भी सुनिश्चित करवाएं कि अपराधी तत्वों को कठोरतम दंड मिले जिससे पीड़ितों को न्याय मिल सके।

पश्चिमी बंगाल के चुनाव परिणामों के घोषित होने के साथ ही वहां पर सत्तारूढ़ दल टीएमसी के समर्थकों व जिहादियों ने जिस प्रकार हिंदुओं के साथ हिंसा का तांडव किया है उससे पूरा देश चिंतित है । चुनाव महान भारत के लोकतंत्र का महापर्व है परंतु इस चुनाव के दौरान ही हिंसा की जिस प्रकार पटकथा लिखी गई थी वह भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का एक काला पृष्ठ है ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने चुनाव प्रचार में जो धमकियां दी थीं, चुनाव परिणाम आते ही उनके समर्थकों ने उनका पालन शुरू कर दिया। जिस प्रकार टीएमसी समर्थकों ने जिहादियों के साथ मिलकर निर्दोष लोगों की क्रूरता पूर्ण हत्या की ,घरों तथा दुकानों को लूटा एवं जलाया ,मंदिरों पर हमले किए गए ,महिलाओं के साथ बर्बरता पूर्ण बलात्कार करके उनकी हत्याएं की गई उसके कारण संपूर्ण बंगाल भयाक्रांत हो गया है । अनुसूचित जाति व जनजाति समाज के बंधु बहनों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने के लिए विवश हो गए हैं।

दुर्भाग्यवश बंगाल का प्रशासन इस पाशविक हिंसा का या तो मूकदर्शक बना है या कहीं कहीं हिंसक तत्वों का सहायक बना हुआ भी दिखाई देता है ।ऐसा लगता है बंगाल में शासन व्यवस्था दंगाइयों की हाथ की कठपुतली बना हुआ है । सुश्री ममता बनर्जी के पिछले दो शासनकाल में भी वहां का हिंदू समाज त्रस्त रहा है परंतु इस शासन काल का प्रारंभ जिस ढंग से हुआ है उससे पूरा देश यह समझ रहा है कि अगर इसी समय बंगाल के प्रशासन को नियंत्रित नहीं किया गया तो आगामी 5 साल में बंगाल का हिंदू समाज एक अभिशप्त जीवन जीने के लिए विवश हो जाएगा। हो सकता है कुछ स्थानों पर हिंदू समाज आत्मरक्षा के लिए स्वयं कुछ उपाय करने पर मजबूर हो जाए ।दोनों ही स्थितियां पूरे देश के लिए चिंता का विषय हैं ।

प्रतिनिधि मंडल में मथुरा विहिप के पालकाधिकारी सुरेंद चौधरी, देवेंद्र सिंह राठौर, मंत्री विवेक चौधरी आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।

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