हाथरस। पर्यावरण एवं पर्यटन विकास समिति के जिला प्रभारी युवा नेता रितिश यादव ने पैसेंजर रेल किरायों में वृद्धि के खिलाफ केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया और भाजपा नेताओं को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनमें यदि हिम्मत है तो गांव की चौपाल पर केंद्र सरकार की नीतियों और प्रधानमंत्री जी के संदेशों का खुलकर प्रचार करें।
युवा नेता रितिश यादव ने कहा कि पेट्रोल के दामों में वृद्धि के चलते मध्यमवर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के कामकाजी लोगों के सामने रोजी रोटी हेतु भागदौड़ करने के लिए संकट खड़ा हो गया है, वहीं दूसरी ओर गैस के दामों में हर रोज उछाल से रसोई का बजट बिगड़ गया है। पेट्रोल ने जहां आमदनी का स्तर घटाया है और महंगाई को बढ़ाया है, वहीं गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि के चलते दो जून की रोटी खाना कठिन होता जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा यहां भी ठहराव नहीं लिया गया और सार्वजनिक संसाधन के रूप में रेल यात्रा एक गरीब व्यक्ति के लिए सुलभ साधन था, आज वह साधन भी गरीबों के लिए नई समस्या बनकर सामने खड़ा कर दिया गया है, अब ₹30 से कम कोई भी टिकट प्राप्त नहीं होगी और दैनिक मजदूरों और छोटे व्यापारियों को अपनी रोजी रोटी के लिए आने जाने के बारे में सोचना पड़ेगा क्योंकि अब रेल किराया ₹25 से बढ़कर ₹60 कर दिया गया है।
युवा नेता रितिश यादव ने कहा कि आज उन्हें गर्व है कि किसान आंदोलन सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और केंद्र सरकार की जनता विरोधी नीतियों का विरोध कर रहा है। किसान केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों का विरोध कर रहे हैं, आज रेल किरायों में वृद्धि इसी निजीकरण का एक उदाहरण है। अब किसान के साथ साथ मजदूर, छात्र, युवा एवं कामकाजी महिलाओं को भी निजीकरण की मार को हर रोज सहना होगा।
युवा नेता रितिश यादव ने कहा कि अब जल्द ही गांव गांव जाकर केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देने वाली नीतियों का चौपाल स्तर पर विरोध करने का श्रंखला बद्ध कार्यक्रम बनाकर कार्य करना होगा।