मथुरा में 240 टीमों के 720 सदस्य आज से घर-घर देंगे दस्तक, खोजेंगे टीबी रोगी

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छह लाख की जनसंख्या पर होगा संभावित क्षय रोगियों की खोज का अभियान, तैयारियां पूर्ण
-टीमों की मॉनीटरिग को लगाए गए 48 सुपरवाइजर, 48 घंटे के अंदर शुरू हो जाएगा इलाज

मथुरा। मथुरा को क्षय रोग मुक्त करने की दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। अब एक नया माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। इस प्लान के अनुसार संभावित क्षय रोगियों की खोज टीमें करेंगी। छह लाख की जनसंख्या पर सोमवार से चलने वाले अभियान में 240 टीमों को लगाने की तैयारी है। 720 कर्मचारी घर-घर जाकर पूछताछ कर रोगी खोजेंगे।
सीएमओ डाक्टर एके वर्मा ने बताया कि नौ सितंबर से जिले में घर घर जाकर क्षय रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 20 सितंबर तक चलेगा। लक्षण वाले मरीजों की ब्लॉकवार घर घर स्क्रीनिग के लिए विभाग ने 240 टीमें लगाते हुए 48 सुपरवाइजरों मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है। यह विशेष अभियान छह लाख की आबादी में चलाया जाना है। जिला क्षय रोग अधिकारी डाक्टर संजीव यादव के अनुसार जांच में बीमारी की पुष्टि होने पर मरीज का इलाज 48 घंटे के अंदर शुरू किया जाएगा।
जिला समन्वयक शिव कुमार एवं आलोक तिवारी ने बताया की राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंर्तगत 20 सितम्बर तक चलाए जाने वाले अभियान में मलिन बस्ती अनाथालय, वृद्धा आश्रम, मदरसा नवोदय विद्यालय, सब्जी मंडी, फलमंडी, निमार्णाधीन प्रोजेक्ट, ईट भट्ठे साप्ताहिक मार्केट आदि जगहों पर नजर रखेगी। अभियान की सफलता के लिए टीम के सभी सदस्यों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है। साथ ही एलटी/एलए को बलगम जांच हेतु माइक्रोस्कोपी, टूनाट एवं सीबी नाट जांच का भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जांच में क्षय रोग की पुष्टि होने पर मरीजों की एचआईवी ब्लड शुगर, यूडीएसटी की जांच कराई जाएगी। साथ ही मरीज को पोषण भत्ता एवं पोषण किट भी दी जाएगी। इधर सीएमओ डाक्टर एके वर्मा ने इसकी समीक्षा कर अधीनस्थों को निर्देशित किया है कि वह मेहनत से कार्य करें।

बांझपन की समस्या से जूझ रहीं महिलाएं भी कराएं जांच
जिला क्षय रोग अधिकारी डा संजीव यादव के अनुसार वह महिलाएं भी अपनी टीबी की जांच कराएं जो बांझपन की समस्या से जूझ रही हैं, ऐसी महिलाओं को भी टीबी होने का खतरा बढ़ जाता है। यदि आपको दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही है या बुखार की समस्या है, बलगम में खून आता है, भूख कम लगती और वजन तेजी से कम हो रहा है, रात में पसीना आता, गले में कोई गांठ (लिम्फनोड) है। ऐसे में एसीएफ अभियान के दौरान घर पर दस्तक देने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम को जानकारी जरूर दें। आपको टीबी हो सकती है।


मथुरा में टीबी रोगियों का आंकड़ा

-11 हजार से अधिक मरीजों का चल रहा उपचार
-जनवरी 24 से अब तक मरीजों की संख्या करीब 9800
-मरीजों का सही होने का प्रतिशत करीब 90 प्रतिशत
-5500 टीबी रोगियों को दी जा चुकी पोषण आहार किट

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