
मथुरा। कैंसर का नाम सुनकर लोग इतने भयभीत हो जाते हैं कि उनकी टेंशन बढ़ जाती है। कुछ कैंसर की चपेट में आ जाते हैं कुछ को बीमारी होने का शक होता है। काफी लोग कैंसर को हराकर सही जीवन जी रहे हैं तो कुछ हार जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में तंबाकू, गुटखा का प्रयोग करने वालों को मुंह का कैंसर, सर्वाइकल, छाती, गॉल ब्लेडर भी देखने को मिल रहा है। गंभीर बात है कि युवा वर्ग भी कैंसर की चपेट में आ रहा है। बीमारी होने पर नियमित जांच,उपचार कर उसका मुकाबला करें। खानपान बेहतर रखें।

मेट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट के निदेशक डाक्टर सुमंत गुप्ता का कहना है कि लोगों में बीमारी के प्रति जागरूकता तो बढ़ रही लेकिन लापरवाही भी देखने को मिल रही है। कैंसर सहित कोई भी बीमारी समय से पता चलने से उसके ठीक होने की संभावना अधिक होती है। कैंसर रोगी ठीक होकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। चार फरवरी को विश्व कैंसर अवेयरनेस मनाया जाता है। कैंसर का पता लगाने के लिए नियमित जांच तथा शराब,सिगरेट,तंबाकू आदि से दूर रहना चाहिए। मुझे अच्छा लगता है कि जब समय से बीमारी का पता लगता है और वह ठीक हो जाता है। हाल ही मथुरा के एक मरीज को कैंसर था जोकि ठीक हो गया। बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप एवं चिकित्सक से परामर्श करें।

कैंसर के कुछ लक्षण
- स्तन या शरीर के किसी अन्य भाग में कड़ापन या गांठ।
- एक नया तिल या मौजूदा तिल में परिवर्तन।
- कोई ख़राश जो ठीक नहीं हो पाती।
- स्वर बैठना या खाँसी ना हटना।
- आंत्र या मूत्राशय की आदतों में परिवर्तन।
- खाने के बाद असुविधा महसूस करना।
- निगलने के समय कठिनाई होना।
- वजन में बिना किसी कारण के वृद्धि या कमी।
- असामान्य रक्तस्राव या डिस्चार्ज।
- कमजोर लगना या बहुत थकावट महसूस करना।


कैंसर होने के खतरे को कम करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:
- तंबाकू उत्पादों का प्रयोग न करें।
- कम वसा वाला भोजन करें तथा सब्जी, फलों और समूचे अनाजों का उपयोग अधिक करें।
- नियमित व्यायाम करें।