नए साल पर बांकेबहारी मंदिर आएं तो वृद्ध, दिव्यांग, बच्चों और बीमारों को साथ न लाएं

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नए साल पर बांकेबिहारी मंदिर ने जारी की भीड़ से बचने की एडवायजरी
मथुरा। वृंदावन के सुप्रसिद्ध श्रीबांकेबिहारी मन्दिर में नव वर्ष के अवसर पर 25 दिसंबर से 05 जनवरी तक श्रद्धालुओं की अपार भीड़ अपने अराध्य श्रीबांकेबिहारीजी के दर्शन के लिए उमड़ेगी। ऐसे में विगत कुछ दिन से भीड़ की अधिकता से हो रही अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए मंदिर प्रबंधन ने एडवायजरी जारी की है। इसके तहत 25 दिसंबर से 05 जनवरी तक भीड़ के समय वृद्ध, दिव्यांग, बच्चों और बीमारों को मंदिर में न आने की अपील की गई है।

1-मंदिर प्रबंधन द्वारा जारी एडवायजरी के अनुसार दर्शनार्थीगण मंदिर प्रबंधन और पुलिस प्रशासन द्वारा बनाई गई गाइडलाइन का पालन करें और पब्लिक एड्रैस सिस्टम से लगातार की जा रही एक्सरसाइज और सूचना का पालन करें।
2-भीड़ के समय वृद्ध, दिव्यांग, बच्चों और बीमारों को मंदिर में न लाएं।
3-मन्दिर आते समय श्रृद्धालु किसी भी प्रकार का कीमती सामान या आभूषण अपने साथ न लाये।

सभी श्रद्धालु कृपया मंदिर में प्रवेश निकास निकास मार्ग का ही प्रयोग करें तथा एकल मार्गीय व्यवस्था अनुसार दर्शन कर अपने गंतव्य को प्रस्थान करेंगे, जिससे पीछे से आने वाले अन्य दर्शनार्थियों को दर्शन का पर्याप्त समय मिल सके।

मंदिर परिसर के पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। कृपया मंदिर में जूता-चप्पल पहनकर न आएं। जूता रखने की व्यवस्था मंदिर द्वारा नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से मंदिर से जुडने पाले प्रवेश विद्यापीठ चौराहा, जुगलघाट जादौन कार पार्किग हरिनिकुंज चौराहा पर गई है। प्रवेश एवं निकास मार्गों की गलियों के अलग अलग रास्तों में खुलने के कारण नीचे गली में उतारे गये अपने जूते चपल को पुनः प्राप्त नहीं कर पाएंगे। इसलिए जूते चप्पल निर्धारित स्थान पर में उतारें अथवा होटल गाडी में उतार कर आएं।
6-जेबकतरों और चोरों से सावधान रहें।
7-वृद्ध बच्चों की जेब में नाम-पते की पर्ची जरुर लिखकर रखें ताकि किसी भी परिजन के बिछुड़ने पर उनको सूचित किया सके।
8-किसी भी संदिग्ध गतिविधि अथवा वस्तु की सूचना अपने पास सुरक्षा कर्मचारी अथवा पुलिस कर्मचारी को अवश्य दें।
9-दर्शनार्थीगणों की सुविधार्थ खाया पाया केन्द्र मंदिर कार्यालय एक बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है।
10-समुचित आवागमन रास्ते में खड़े होकर अवरुद्ध न करें।
11-दर्शनार्थीगण दर्शन पश्चात मंदिर परिसर में अनावश्यक रूप से खड़े ना रहें। दर्शन पश्चात शीघ्र अपने गतव्य को प्रस्थान करें, जिससे अन्य दर्शनार्थियों को दर्शन का समुचित लाभ मिल सके।

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