ब्रज रज उत्सव के पहले दिन हंसराज रघुवंशी ने बांधा समां, झूमने को मजबूर हुए लोग

बृज दर्शन

मथुरा। ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया और राधे राधे बोल मना जैसे गीत जब जाने माने गायक हंसराज रघुवंशी ने गाए तो समां बंध गया। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां ऐसी कि लोग झूमने-नाचने को मजबूर हो गए। ब्रज रज उत्सव-2022 का आगाज ऐसा शानदार होगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। मंगलवार को कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने फीता काटकर और दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जो सिलसिला शुरु हुआ, तो फिर कार्यक्रम की समाप्ति तक रंगारंग प्रस्तुतियां हुईं।

मंगलवार से धौलीप्याऊ स्थित रेलवे ग्राउंड पर उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद, पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के तत्वावधान में ग्यारह दिवसीय ब्रज रज उत्सव का आयोजन शुरु हुआ। पीलीभीत से आए बाल कलाकार सम्यक पाराशर का बांसुरी वादन हुआ। फिर स्वामी हरिदास संगीत व नृत्य अकादमी, वृंदावन और चंद्रकला डांस अकादमी, दिल्ली की ओर से नृत्य प्रस्तुतियां हुईं। इसके बाद मंच पर आए संगीत जगत के उभरते हुए कलाकार हंसराज रघुवंशी, जिनका लोगों को काफी देर से इंतजार था। उन्होंने, ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया, सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद उन्होंने राधे राधे बोल, राधे बोल मना के अलावा मेरा भोला है भंडारी, करे नंदी की सवारी और गंगा किनारे भजन गाए तो पांडाल में लोग हाथ उठाकर नाचने गाने लगे। मेले में आए लोगों ने इन संगीतमय प्रस्तुतियों को काफी पसंद किया। कार्यक्रम में एमएलसी ठाकुर ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी पुलकित खरे, उप्र ब्रज तीर्थ विकास के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, एसएसपी अभिषेक यादव, परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप, डिप्टी सीईओ पंकज वर्मा, पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा, एसपी सिटी एमपी सिंह, ड़ा मुकेश शर्मा, सीपी सिकरवार, खेमचंद यदुवंशी आदि मौजूद रहे।


कलाकारों ने परंपरागत कला का किया प्रदर्शन
ब्रज रज उत्सव में कई लोक कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं। बीन की प्रस्तुति ग्राम बसई शेरगढ़ के मानिकचंद सपेरा के ग्रुप ने दी। इसके अलावा उज्जैन के श्री भस्म रमैया भक्त दल ने भी मेले के प्रांगण में अपने संकीर्तन की प्रस्तुति दी। हरप्रसाद राजपूत ने चग वादन प्रस्तुत किया। इसके अलावा मसक पर भी कलाकारों ने प्रस्तुति दी। महिपाल सिंह कामर वालों ने नगाड़ा बजाया।


तरह-तरह की स्टॉल, मामला पसंद-नापसंदगी का
रेलवे ग्राउंड में आयोजित इस उत्सव में विभिन्न प्रकार की स्टाल लगाई थी। एक ओर खानपान की स्टॉल लगी थीं, जिनमें तरह-तरह की चाट और अन्य व्यंजन थे। हस्तशिल्प की कई दुकानें उत्सव में लगी थीं, जिन पर लोग उत्सुकता के साथ पहुंच रहे थे। कई लोग हस्तशिल्प के सामानों में खासी रुचि भी दिखा रहे थे।

Spread the love