मथुरा। पुलिस कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, निष्पक्षता, व्यवसायिक दक्षता व जवाबदेही लाने एवं जनपदवासियों/ पुलिसकर्मियों /पुलिस पेंशनरों/ मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े,, इस उद्देश्य से मथुरा पुलिस द्वारा www.mathurapolice.com पोर्टल विकसित किया गया है। इसमें नागरिक सुविधाएं, पुलिस कल्याण एवं सुविधाएं व पारदर्शी पर्यवेक्षण मुख्य भाग हैं, जिसके सम्बन्ध में पूर्व में लागू प्रक्रिया में आने वाली समस्याएं तथा उक्त मॉड्यूल के माध्यम से प्राप्त होने वाली सुविधाएं तथा उक्त मॉड्यूल से होने वाले फायदों का विवरण निम्नवत है-
नागरिक सुविधाएं
प्रतिदिन आम नागरिकों द्वारा विभिन्न उद्देश्यों के लिए पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट (PVR), मिलिट्री वेरिफिकेशन रिपोर्ट (MVR), गवर्नमेंट वेरिफिकेशन रिपोर्ट (GVR), ठेकेदारी वेरिफिकेशन रिपोर्ट (CVR), आदि प्रकार के पुलिस वैरिफिकेशन भारी संख्या में अप्लाई किये जाते हैं ।
• समस्या : अप्लाई करने के पश्चात आवेदक को अपनी फाइल की वर्तमान स्थिति जानने हेतु पुलिस कार्यालय और थानों के चक्कर काटने पड़ते हैं । इस स्थिति में भ्रष्टाचार के मामले भी सामने आते हैं जिससे पुलिस की छवि धूमिल होती है । फाइल का निस्तारण समय पर न होने के कारण आवेदक को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है ।
• सुविधा : नागरिक का आवेदन प्राप्त होने पर तत्काल पोर्टल पर दर्ज किया जायेगा । प्रत्येक स्तर पर एक शाखा से दूसरी शाखा में फाइल के मूवमेंट की सूचना आवेदक को रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर SMS के माध्यम से प्राप्त होगी । आवेदक स्वयं भी पोर्टल पर जाकर फाइल नंबर से अपने फाइल की वर्तमान स्थिति जान सकेगा ।
• फायदे : पर्यवेक्षण अधिकारीगण ऑफिसर लॉगिन के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर लम्बित फाइल को सिंगल क्लिक पर देख सकेंगे, जिससे सम्पूर्ण व्यवस्था पारदर्शी बनेगी एवं अकारण लम्बित रहने वाली फाइलों का समय सीमा में निस्तारण किया जा सकेगा ।
पुलिस कल्याण एवं सुविधाएं
पुलिस विभाग के अन्तर्गत पुलिसकर्मियों/पेंशनरों/मृतक आश्रितों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी, यात्रा भत्ता सम्बन्धी, वेतन / जीपीएफ सम्बन्धी, पेंशन सम्बन्धी, मृतक आश्रित सम्बन्धी आदि सेवायें एवं सुविधाएं प्रदान की जाती हैं ।
• समस्या : आवेदन के उपरान्त पुलिसकर्मियों/पेंशनरों/मृतक आश्रितों को अपनी फाइल की वर्तमान स्थिति की जानकारी नहीं हो पाती है, अपनी फाइल की वर्तमान स्थिति जानने के लिए पुलिसकर्मियों/पेंशनरों/मृतक आश्रितों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं व उनका बेवजह कीमती समय खराब होता है साथ ही तनाव का सामना करना पड़ता है, फाइलों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण नहीं हो पाता है, विभागीय भ्रष्टाचार के आरोप भी सामने आते हैं जिससे पुलिस की छवि धूमिल होती है, इन कारणों से पुलिस कार्य प्रणाली में पारदर्शिता व समयबद्धता की कमी बनी हुई है, लम्बित फाइलों की कोई एकीकृत सूचना न होने के कारण पर्यवेक्षण अधिकारीगण को सिटीजन चार्टर के अनुसार समयबद्ध निस्तारण करवाने में समस्या होती है ।
• सुविधाएं : पोर्टल के माध्यम से पुलिसकर्मियों/पेंशनरों/मृतक आश्रितों उक्त पोर्टल के माध्यम से अपने दावों/फाइल की स्थिति को ऑनलाइन देख सकते हैं, प्रत्येक स्तर पर एक शाखा से दूसरी शाखा में फाइल मूवमेंट की जानकारी पुलिसकर्मियों/पेंशनरों/मृतक आश्रितों को रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर SMS के माध्यम से प्राप्त होती रहेगी, दावों की समयावधि पूर्ण होने पर लम्बित फाइल रेड कलर में प्रदर्शित होगी ।
फायदे :
1.भ्रष्टाचार के आरोपों पर अंकुश लगाया जा सकेगा, कार्य प्रणाली में समयबद्धता एवं पारदर्शिता लायी जा सकेगी, वेतन / जीपीएफ का समस्त विवरण पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा, कार्मिक अपने लॉगिन के माध्यम से जीपीफ व वेतन का विवरण देख सकेंगे व प्रिंट आउट भी ले सकते हैं, कार्मिक को उक्त कार्यों हेतु ड्यूटी छोड़कर मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा ।
2.पोर्टल पर पेंशन सम्बन्धी फाइलों को पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा, पेंशन फाइल्स का विवरण पोर्टल पर उपलब्ध होगा, कार्य में हो रही प्रगति और अवरोध का आंकलन कर कार्य को पारदर्शी, जवाबदेह, निष्पक्ष व जनोन्मुखी बना सकेंगे ।
3.पोर्टल पर मृतक आश्रित सम्बन्धी फाइलों को पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा, आश्रित फाइल की वर्तमान स्थिति बिना मुख्यालय आये, ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकेगा ।
पारदर्शी पर्यवेक्षण
समस्या : वर्तमान में सभी प्रकार के कार्य मैनुअली रजिस्टरों के माध्यम से किये जाते हैं जिससे कुल लम्बित फाइल देखने का कोई विकल्प नहीं है, फाइल किस स्तर पर एवं कितने समय से लम्बित है ये देखने का कोई विकल्प मौजूद नहीं है, तत्कालिक कम्प्लेंट की स्थिति चैक करने की कोई व्यवस्था नहीं है, वास्तविक समय में सूचना मिलना बहुत मुश्किल होता है ।
समाधान : पर्यवेक्षण अधिकारीगण अपने लॉगिन के माध्यम से डैशबोर्ड पर सभी स्तर की लम्बित फाइलों को चैक कर सकते हैं एवं कुल लम्बित फाइलों की जानकारी रहेगी तथा तात्कालिक कम्प्लेंट की स्थिति चैक करने की व्यवस्था होगी, लम्बे समय से एवं जानबूझकर कल लम्बित रखी गयी फाइलों का पर्यवेक्षण सिंगल क्लिक में किया जा सकेगा ।
फायदे : पर्यवेक्षण अधिकारीगण अपने लॉगिन से जानकारी कर सकते हैं कि किस स्तर पर कितनी फाइल रुकी हुई है, जिससे सम्बन्धित व्यक्ति से उसके कारण को जान कर तदनुसार कार्यवाही की सकती है । सिटीजन चार्टर के अनुसार समयबद्ध निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया जा सकेगा, सिटीजन चार्टर के अन्तर्गत निश्चित समयावधि में आवेदनों को निस्तारण कराना आसान होगा, पुलिस अधिकारीगण अपने लॉगिन के माध्यम से कार्य में हो रही प्रगति और अवरोध का आंकलन कर कार्य को पारदर्शी, जवाबदेह, निष्पक्ष व जनोन्मुखी बना सकेंगे ।