छप्पन भोग रज प्रसादी में विराजे मानबिहारी व रासबिहारी लाल

बृज दर्शन

-14 वें वार्षिकोत्सव में ढोलक की थाप व मजीरों की टंकार की रही गूंज
-युगल सरकार की भक्ति में ठुमक कर लगाई हाजरी
हाथरस/गहवरवन। द्वार की देहरी के नाम से पहचान बनाये हाथरस नगरी के आप भक्तों में भक्ति और भाव संगम स्पष्ट दिखाई देता है। अनवर जारी आपकी यात्रा इसका प्रमाण है। आप आते रहें और श्री जी के भक्तिरस रसास्वादन आपको प्राप्त होता रहे।

यह उद्गार विश्व प्रसिद्ध बाल व्यास मुरिलका जी 14 वें वार्षिकोत्सव के मौके पर ब्रज के परम संत रमेश बाबा महाराज के सानिध्य में व्यक्त किए। इससे पूर्व बाबा महाराज ने भी हाथरस के भक्तिरस की सराहना की। जबकि इससे पूर्व वार्षिकोत्सव की शुरूआत दाऊ और कृष्ण की मंगला आरती से हुआ। हलवाईखाना से दाऊजी व रुई की मंडी से ठा. कन्हैयालाल जी महाराज की प्रभात फेरी निकाली गई। इसके बाद सभी भक्तजन घंटाघर स्थित गांधी चौक पर एकत्रित होकर ब्रज धाम बरसाना के लिए प्रस्थान किये। जहां राधारस मंदिर में बालभोग प्रसादी के वितरण के बाद गहवरवन स्थित रासमंडप में पहुँचे। जहां मानबिहारी लाल और रासबिहारी लाल के छप्पन भोग प्रसादी के दर्शन कर भवन-कीर्तन में जमकर झूमें। इस अवसर पर खास तौर से गोवर्धन बासी पं. भोलाशंकर, ब्रजद्वार के रोचक जैन, गोपाल उस्ताद, राघवेंद्र जी, गोपाल पंडित आदि के सुमधुर स्वरों और ढोलक की थाप, मजीरों की टंकार व इलेक्ट्रॉनिक बाध्ययंत्रों के साथ कीर्तन की त्रिवेणी जमकर ब्रजद्वार के भक्तों ने भक्तिरस डुबकी लगाई। इसके बाद सभी भक्तजन ने संध्य स्वल्प प्रसादी लेने के बाद देर रात ब्रजद्वार हाथरस की धरती पर पदार्पण किया।


इस अवसर पर अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल (बैंक मैनेजर), जितेन्द्र वार्ष्णेय, वरिष्ठ पब्लिशर्स मूलचंद्र वार्ष्णेय, योगेंद्रमोहन शर्मा, प्रेमदत्त गौतम एडवोकेट, राजेश शर्मा, रवींद्र वार्ष्णेय, मनोज वार्ष्णेय, आशीष जैन, विकास अग्रवाल, मधु शर्मा, अंजली दीक्षित, अर्चना देवी, अमित गोयल, सचिन अग्रवाल, नारायण लाल व संजय दीक्षित एडवोकेट आदि सेवा कार्य में रहे।

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