मथुरा। सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस सिम्स हॉस्पिटल में मरीज प्रीतम शर्मा जो कि 20% हार्ट पम्पिंग की समस्या से पीड़ित थे, इनके हृदय की धमनियों में पुरानी रुकावट के कारण समस्या काफी जटिल थी, इसलिये इनको दिल्ली एन.सी.आर. के कई बड़े अस्पतालों ने अधिक जोखिम कहकर मना कर दिया था। लेकिन सिम्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल और जर्मनी के विश्वविख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मिरोस्लाब फेरेन्स ने क्रोनिकल टोटल ऑक्यूजन (सी.टी.ओ.) का सफल इलाज किया।
इस अवसर पर सिम्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल ने कहा कि ये हम सभी ब्रजवासियों के लिए बड़ी खुशी की बात है कि जर्मनी के विश्वविख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मिरोस्लाब फेरेन्स ने क्रोनिकल टोटल ऑक्यूजन (सी.टी.ओ.) मतलब हृदय में जटिल ब्लॉकेज का सफल इलाज किया। इस अवसर पर हॉस्पिटल एच.आर. एवं एडमिनिस्ट्रेटर विष्णु शर्मा, कैलाश सिंह राघव, बीरेन्द्र सिंह, आयुष दीक्षित, राधा, स्नेहा आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सिम्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. गौरव भारद्वाज ने कहा कि सिम्स है तो मुमकिन है। गम्भीर हृदयरोगियों के इलाज के लिए विश्वविख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मिरोस्लाब फेरेन्स का सिम्स हॉस्पिटल, मथुरा में आना, हम सभी के लिए बड़ी खुशी की बात है। इससे कई हृदयरोगियों को जीवन दान मिला है। सिम्स हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे सभी बीमारियों का विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध है।