–ट्रेन में सफर के दौरान आया था हार्ट अटेक
-पत्नी ने अपने मुंह से पति को दी आक्सीजन
आरपीएसएफ के जवानों ने भी की मदद
-मथुरा के निजी अस्पताल में यात्री का चल रहा है इलाज
मथुरा। ट्रेन में सफर के दौरान पति की सांसों की डोर जब टूटने लगी तो पत्नी ने बिना देरी किए उन्हें अपनी सांसे दी, तब तक आरपीएफ जवान भी मदद के लिए पहुंच गए। महिला और आरपीएफ जवानों के अथक प्रयास से यात्री की जान बच गई। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
शुक्रवार की रात 12:05 बजे गाड़ी संख्या 22634 प्लेटफार्म संख्या दो पर आकर रूकी। तभी ट्रेन के कोच संख्या बी-चार से चीख पुकार की आवाजें आने लगीं। चीख सुनकर प्लेटफार्म पर ड्यूटी दे रहे आरपीएसएफ के सिपाही अशोक कुमार व निरंजन सिंह तत्काल वहां पहुंचे। सिपाहियों ने देखा कि कोच की सीट पर एक यात्री अचेत हालत में पड़ा है और उसके पास खड़ी उसकी पत्नी मदद की गुहार लगा रही है। कोच के यात्रियों ने सिपाहियों को बताया कि यात्री को हार्ट अटेक आया है। इसे देख सिपाहियों ने तुरंत ही बुजुर्ग यात्री को कोच से उतरा। यात्री का शरीर कोई हरकत नहीं कर रहा था और उसे आक्सीजन की सख्त आवश्यकता था। पति के प्राणों पर संकट देख पत्नी ने तुरंत ही अपने मूंह से उन्हें सांस देना शुरू कर दिया। आरपीएसएफ के जवान उनके हाथ पेरों की मालिश करने लगे। पत्नी द्वारा लगातार मूंह से सांस दिए जाने का परिणाम ये हुआ कि उनके शरीर में गर्मी आई और वह हिलने ढुलने लगे। तब तक रेलवे की एम्बुलेंस भी वहां पहुंच गई। यात्री को आरपीएफ जवानों ने इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आरपीएसएफ के सिपाही निरंजन सिंह भी उनके साथ अस्पताल गए। अस्पताल पहुंचने पर महिला ने अपना नाम दया और पति का नाम केशवन बताया। उन्होंने बताया कि वह केरल के रहने वाले हैं और दिल्ली में रहने वाले बेटे से मिलने जा रहे थे। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अवधेश गोस्वामी ने बताया कि सफर के दौरान 67 वर्षीय यात्री को हार्ट अटेक आया था। आरपीएसएफ के जवानों ने यात्री को नीचे उतारा और उनकी जान बचाने के प्रयास किए। यात्री की पत्नी इस दौरान उन्हें अपने मूंह से सांस देती रहीं। इससे उनके शरीर में हरकत शुरू हो गई। आरपीएसएफ के जवान और उनकी पत्नी की मेहनत से यात्री की जान बच गई। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत में काफी सुधार है। आरपीएसएफ सिपाहियों के इस उत्कर्ष कार्य की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी गई है।