पंडित अजय तैलंग
मथुरा। हिंदी पंचांग के अनुसार, रक्षा बंधन का पर्व हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल रक्षा बंधन का त्योहार 22 अगस्त दिन रविवार को मनाया जायेगा. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधेगी और भाई अपने बहनों की रक्षा का बचन देगें. रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है.
ज्योतिष गणना के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन पर दो विशेष शुभ मुहूर्त के संयोग का निर्माण हो रहा है. रक्षाबंधन पर यह धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का शुभ संयोग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र में इस शुभ संयोग को अति उत्तम माना गया है. माना जाता है कि इस संयोग में रक्षाबंधन भाई और बहन दोनों के लिए शुभकारक और लाभ फलदायी होगा
राखी बांधने का सही समय
पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन के पावन पर्व के दिन सुबह 06.15 बजे से लेकर 10.34 बजे तक शोभन योग रहेगा, जबकि धनिष्ठा योग शाम को करीब 07.40 मिनट तक रहेगा. इस योग में राखी बांधना सबसे उत्तम माना गया है.
शुभ समय: 22 अगस्त 2021, रविवार सुबह 05:50 बजे से शाम 06:03 बजे तक.
रक्षा बंधन के लिए दोपहर का उत्तम समय: 01:44 बजे से 04:23 बजे तक.
राखी की थाली में सजाएं- रोली, कुमकुम, अक्षत, दीपक, मिठाई और राशि के अनुसार रंग वाली राखी
राखी बांधने का सही समय
सावन पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ का समय 21 अगस्त 2021 को शाम 07:00 बजे से
सावन पूर्णिमा तिथि के समाप्तहोने का समय 22 अगस्त 2021 को शाम 05:31 बजे.
रक्षा बन्धन अनुष्ठान का समय सुबह 06:15 बजे से शाम 05:31 बजे तक
रक्षा बन्धन के लिये अपराह्न का मुहूर्त दोपहर बाद 01:42 बजे से 04:18 बजे
रक्षा बंधन भद्रा पूँछ 22 अगस्त को 02:19 बजे से 03:27 बजे
रक्षा बंधन भद्रा मुख 22 अगस्त को तड़के 03:27 बजे से 05:19 बजे
रक्षा बंधन भद्रा अन्त समय 22 अगस्त को सुबह 06:15 बजे से