वृंदावन। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक वृंदावन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अलग ही छटा बिखेरी जा रही है। कलाकारों की मनभावन प्रस्तुतियां देखकर लोग भी खूब भाव विभोर हो रहे हैं।
सोमवार को मुरारी लाल तिवारी के ग्रुप द्वारा ब्रज के लोकगीत एवं नृत्य पर कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। गोरखपुर से मंच पर प्रस्तुति देने आई कुमारी हिना मौर्या ने भोजपुरी लोक गायन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने ब्रज की होली कान्हा के गोकुला के गांव तथा पूर्वी गीत नाही जय वे नंद गांव व लाचारी गीत रजिया हमरो गिरधारी पर नृत्य तथा पचरा गीत प्रस्तुत किया। इसके उपरांत विश्व प्रसिद्ध रास आचार्य पद्मश्री रामस्वरूप शर्मा द्वारा बनाई गई रासलीला मंडली के स्वामी हरि बल्लभ शर्मा के निर्देशन में कलाकारों ने श्रीकृष्ण की माखन चोरी एवं निकुंज वन रासलीला का मंचन किया। इस अवसर पर संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के कार्यक्रम अधिकारी कमलेश कुमार पाठक ने कहा कि श्री कृष्णा की रास लीला लोकरंजन नहीं, आत्म रंजन का विषय है। भगवान श्री कृष्ण जन जन के आराध्य हैं। वह लोक नायक हैं। उनका संपूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए है। उनके द्वारा बताए गए सभी संदेश विश्व जन समुदाय के लिए पथ प्रदर्शक हैं। कार्यक्रम में झांसी से आए कलाकार राधा राधा प्रजापति के द्वारा राई लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसमें उन्होंने भगवान के सिंगार एवं उनके रूप सौंदर्य पर नृत्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर समाजसेवी देवेंद्र शर्मा ने कहा कि कुंभ मेले के सांस्कृतिक मंच पर भोजपुरी लोक गायन एवं राई नृत्य की जो प्रस्तुति की गई। साथ में ब्रज की संस्कृति यह सभी हमारे प्रदेश के विभिन्न अंचलों की सांस्कृतिक धरोहर हैं। हमारी उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के सभी अंचलों की सांस्कृतिक धरोहर के लिए उनके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संकल्पित है। इससे न केवल कलाकारों का हौसला बढ़ेगा अपितु हमारी विरासत भी अक्षुण बनी रहेगी। कार्यक्रम में सभी कलाकारों का उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से के के पाठक तथा वृंदावन शोध संस्थान की ओर से सतीश चंद, दीक्षित तथा रजत शुक्ला द्वारा सभी कलाकारों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर अनूप शर्मा, संजय शर्मा, राम विनोद भट्ट, कन्हैया लाल शर्मा, डॉ. बृजभूषण चतुर्वेदी, गोपाल शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन दीपिका शर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन देवेन्र्द शर्मा ने किया ।