विद्वत संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलन के साथ हुआ दोदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का समापन

बृज दर्शन

वृंदावन। फोगला आश्रम स्थित श्रीजी सदन में आयोजित 18 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का कोरोना : कारण और निदान विषय पर आधारित विद्वत संगोष्ठी, बहुभाषी कवि सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया।

मुख्य वक्ता महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा ने कहा कि वर्ष 2020 के आगमन के साथ शुरू हुआ कोरोना महामारी का खौफ साल के अंतिम पड़ाव पर भी कायम है। लेकिन विश्व के अन्य हिस्सों में इसके द्वारा मचाए गए तांडव के मुकाबले भारत की स्थिति नियंत्रण में कही जा सकती है। इसका मुख्य कारण हमारी सभ्यता और संस्कृति के साथ-साथ खानपान का हमेशा से विश्व के अन्य हिस्सों से अलग रहना है।
मैथिली भाषा के कवि डॉ जयप्रकाश चौधरी जनक ने कोरोना के प्रमुख कारणों में सन्निहित प्रकृति से छेड़छाड़ की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। गंगाधर पाठक ने कोरोना जैसी महामारी के स्थाई निदान के लिए धर्म और अध्यात्म के कारकों को महत्वपूर्ण बताते हुए गो- संरक्षण को समय की मांग बताया। उन्होंने सनातन धर्म में महामारी से बचने की निहित उपायों की जानकारी दी। अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कोरोना के कारण एवं निदान विषय पर संगोष्ठी के आयोजन को अत्यंत उपयोगी बताया।
सम्मेलन के समापन सत्र में देश के विभिन्न शहरों से आए बहु भाषी कवि शम्भू शेखर ने काव्य पाठ करते हुए कहा हम धरती पुत्र बिहारी हैं…, कान्हा पर हम हर उठाने पक्का ठेठ किसानी छी…, डा, महेंद्रनारायण राम, शारदानंद सिंह, दिनेश झा, नीलम झा, डा. सुषमा झा, प्रेमशंकर झा, जगदीश नीलम, अशोक अज्ञ, इंद्रकांत झा, राहुल कश्यप, डा. रामसेवक ठाकुर, प्रवीण कुमार झा, चंदन मिश्र एवं चंद्रप्रकाश वर्मा आदि ने मैथिली, ब्रज, खड़ी बोली, अवधी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में काव्य पाठ कर श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। वहीं ब्रज के कलाकारों ने चरकुला नृत्य, ब्रज की प्रसिद्ध लठामार एवं फूलों की होली, मयूर नृत्य आदि प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रवक्ता प्रवीण कुमार झा ने आभार जताया।
ये रहे मौजूद
सम्मेलन में चेतना समिति के अध्यक्ष विवेकानंद झा, संरक्षक एवं डीवीवीएनएल के चीफ इंजीनियर अजय कुमार चौधरी, मणिकांत झा, प्रो. जीवकांत मिश्र, प्रो. विजयकांत झा, प्रवक्ता प्रवीण कुमार झा, चन्द्रशेखर झा, बूढाभाई, विनोद कुमार झा, एक्सईएन राजवी कालरा, सचिन शर्मा, सचिन द्विवेदी, विकास शर्मा, शिवनारायण अरोड़ा, राजीव सिंह, विजय पाठक आदि।

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