नवसंवत्सर पर दो दिवसीय भारतीय नववर्ष मेला 11 व 12 अप्रैल को बीएसए काॅलेज में

टॉप न्यूज़

– भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत होगा नववर्ष मेला, सभी को मिलेगा नववर्ष बधाई कलेण्डर और प्रसाद

मथुरा। नवसंवत्सर के अवसर पर आयोजित नववर्ष मेला भारतीय गौरवशाली परम्परा, इतिहास एवं स्वाभिमान का प्रतीक है। भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत्सर की पूर्व संध्या पर नववर्ष मेला समिति, मथुरा गत 20 वर्षों से परम्परागत रूप से विशाल नववर्ष मेला का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष भी यह दो दिवसीय विशाल मेला चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत् 2078 तदनुसार 13 अप्रैल, 2021 की पूर्व संध्या पर चैत्र कृष्ण चतुर्दशी व अमावस्या संवत् 2077 तद्नुसार दिनांकः 11 व 12 अप्रैल, 2021 को नववर्ष मेला समिति, मथुरा द्वारा बी0एस0ए0 डिग्री काॅलेज, मथुरा के मैदान में परम्परागत रूप से विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है।
यह जानकारी प्रदीप श्रीवास्तव महामंत्री, नववर्ष मेला समिति मथुरा द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर दीनदयाल नगर मथुरा में शुक्रवार को आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में दी गई। मेला महामंत्री ने बताया कि भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए नवसम्वत्सर पर नववर्ष मेला वर्ष 2002 से शुरू हुआ है। तभी से यह मेला प्रतिवर्ष लगता है।
समिति अध्यक्ष कमलेश अरोड़ा ने बताया कि जिनके घर में गंगा जल नही है, उनको निःशुल्क गंगा जल और अन्य सभी को नवसंम्वत्सर बधाई कलेण्डर समिति की ओर से भेंट स्वरूप दिया जायेगा। मेला का शुभारम्भ 11 अप्रैल, 2021 को भूमि पूजन एवं हवन के साथ मध्यान्ह 1ः00 बजे से होगा। प्रतियोगिताऐं सायं 4ः00 बजे से और मंचीय प्रतियोगिताऐं सायं 5ः00 बजे से होंगी। दीप प्रज्वलन सायं 7 बजे होगा। इसमें अतिथि कर्मवीर सह प्रदेश महामंत्री, संगठन, भारतीय जनता पार्टी, उ०प्र० श्रीकान्त शर्मा ऊर्जा मंत्री, उ0प्र0 सरकार एवं डाॅ0 मुकेश आर्यबन्धु महापौर, मथुरा-वृन्दावन नगर निगम एवं स्वागताध्यक्ष उदयन शर्मा, सदस्य, वृन्दावन शोध संस्थान रहेेंगे। योग नृत्य कार्यक्रम रात्रि 9ः00 बजे से होगा। द्वितीय दिवस 12 अप्रैल, 2021 को प्रतियोगिताऐं सायं 4 बजे से, मंचीय प्रतियोगिताऐं सायं 5 बजे से एवं दीप प्रज्जवलन सायं 7 बजे होगा। इसमें अतिथि हेमामालिनी सांसद मथुरा, लक्ष्मीनारायण चौधरी, पशुधन, दुग्ध विकास व मत्स्य मंत्री, उ0प्र0 सरकार एवं स्वागताध्यक्ष कमल किशोर वार्ष्णेय उपाध्यक्ष कुश्ती संघ, प्रमुख समाजसेवी रहेंगे। उदयपुर राजस्थान के लोक कलाकारों द्वारा कठपुतली नृत्य रात्रि 9 बजे से होगा। दोनों दिन सौभाग्यशाली विजेता समारोह रात्रि 10 बजे से रहेगा।
उपाध्यक्ष घनश्याम सिंह लोधी ने बताया कि इस नवसम्वत्सर मेला में कोई भी विदेशी वस्तु की बिक्री नही होती। सभी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री होती है। मेला के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है। सभी आगुन्तकों चंदन लगाकर स्वागत किया जायेगा और मेला से वापस जाते समय नीम की कोंपल और मिश्री का प्रसाद भेंट किया जायेगा।
समिति कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल सर्राफ ने बताया कि मेला में कोरोना के दृष्टिगत सरकार एवं प्रशासन की गाइड का पूर्ण पालन किया जायेगा। किसी को भी बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नही होगी। प्रवेश मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी। नववर्ष मेला प्रचार प्रभारी मुकेश शर्मा ने बताया कि मेला का मुख्य आकर्षण घोडा, ऊॅट की सवारी, झूले, खेल-तमाशा, खान-पान की स्टाॅल, स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री, योग कार्यक्रम, राजस्थानी कठपुतली, नृत्य संगीत के सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध मंनोरंजक पूर्ण कार्यक्रम आयोजित होंगे।
पत्रकार वार्ता में रामदास चतुर्वेदी, तरुण नागर, सुभाष सैनी एवं विशाल गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Spread the love