मथुरा। शिक्षा अधिकारी का पुत्र जीवन से जंग हार गया। उसे डेंगू हुआ था। सेक्रेट हार्ट स्कूल के छात्र को डेंगू बुखार हुआ था। उपचार को दिल्ली-गाजियाबाद ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई। होनहार छात्र की मृत्यु की सूचना से परिवार में कोहराम मच गया। मोती कुंज एक्सटेंशन स्थित घर पर शोक व्यक्त करने वालों का ताता लगा हुआ है। कॉलोनी में शोक का माहौल है।
मथुरा मे एबीएसए रहे अखिलेश कुमार यादव के करीब आठ वर्षीय पुत्र यश को डेंगू हो गया था। बुखार एवं अन्य परेशान होने पर उसे तुरंत निजी हॉस्पिटल में दो दिन पूर्व भर्ती कराया गया था। सुधार न होने पर उसे आगरा निजी हॉस्पिटल ले जाया गया। बेहतर उपचार के लिए बच्चे को एम्बुलेंस से गाजियबाद में बड़े हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। सेके्रट हार्ट का छात्र यश शिक्षा अधिकारी का इकलौता पुत्र था। उनकी बेटी को भी डेंगू हो गया था। मृत्यु की जानकारी मिलते ही परिवार के अन्य सदस्यों में कोहराम मच गया। शोक का माहौल है। इधर जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी,कर्मचारी एवं शिक्षकों के अलावा अन्य लोगों का उनके निवास पर शोक व्यक्त करने आना शुरू हो गया। होनहार यश सेक्रेट हार्ट स्कूल का छात्र था। अखिलेश वर्तमान में अलीगढ़ में तैनात हैं।
एम्बुलेंस ने भी दिया धोखा
मथुरा। कहते हंै कि मृत्यु कोई न कोई बहाना ले लेती है। ऐसा ही शिक्षा अधिकारी के पुत्र के साथ हुआ। निजी हॉस्पिटल में सुधार न होने पर आगरा एवं आगरा से दिल्ली बेहतर उपचार को भर्ती कराने को एम्बुलेंस की गई। एक्सप्रेस वे पर एम्बुलेंस ने धोखा दे दिया। एम्बुलेंस खराब हो गई। इससे बड़े हॉस्पिटल में पहुंचने में समय लगा। ऑक्सीजन का भी सिस्टम गड़बड़ा था।