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अथ पंचांगम्
दिनाँक 24/09/2021, शुक्रवार
तृतीया, कृष्ण पक्ष
आश्विन
(समाप्ति काल)
तिथि— तृतीया 08:29:13 तक
पक्ष————————–कृष्ण
नक्षत्र———-अश्विनी 08:52:53
योग———–व्याघात 14:06:58
करण——–विष्टि भद्र 08:29:13
करण————-बव 21:29:01
वार————————शुक्रवार
माह———————–आश्विन
चन्द्र राशि———————-मेष
सूर्य राशि——————–कन्या
रितु————————–शरद
आयन—————–दक्षिणायण
संवत्सर———————–प्लव
विक्रम संवत———2078
शाका संवत———1943
सूर्योदय———06:09:41
सूर्यास्त———-18:12:13
दिन काल————–12:02:32
रात्री काल————-11:57:55
चंद्रास्त—————–08:55:18
चंद्रोदय—————-20:19:41
लग्न—कन्या 7°2′ , 157°2′
सूर्य नक्षत्र———-उत्तराफाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र—————-अश्विनी
नक्षत्र पाया——————स्वर्ण
पद, चरण
ला—- अश्विनी 08:52:53
ली—- भरणी 15:30:13
लू—- भरणी 22:09:15
ले—- भरणी 28:49:55
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
सूर्य= कन्या 07°12 ‘ उ oफा o , 4 पी
चन्द्र =मेष 11°23 ‘ अश्विनी , 4 ला
बुध = कन्या 00°57 ‘ चित्रा ‘ 3 रा
शुक्र= तुला 20°55, विशाखा ‘ 1 ती
मंगल=कन्या 11°30 ‘ हस्त ‘ 1 पू
गुरु=मकर 29°30 ‘ धनिष्ठा , 2 गी
शनि=मकर 13°43 ‘ श्रवण ‘ 1 खी
राहू=(व)वृषभ 10°40′ रोहिणी , 1 ओ
केतु=(व)वृश्चिक 10°40 अनुराधा , 3 नु
शुभाशुभ मुहूर्त
राहू काल 10:41 – 12:11 अशुभ
यम घंटा 15:12 – 16:42 अशुभ
गुली काल 07:40 – 09:10 अशुभ
अभिजित 11:47 -12:35 शुभ
दूर मुहूर्त 08:34 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:35 – 13:23 अशुभ
🚩गंड मूल 06:10 – 08:53 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
चर 06:10 – 07:40 शुभ
लाभ 07:40 – 09:10 शुभ
अमृत 09:10 – 10:41 शुभ
काल 10:41 – 12:11 अशुभ
शुभ 12:11 – 13:41 शुभ
रोग 13:41 – 15:12 अशुभ
उद्वेग 15:12 – 16:42 अशुभ
चर 16:42 – 18:12 शुभ
🚩चोघडिया, रात
रोग 18:12 – 19:42 अशुभ
काल 19:42 – 21:12 अशुभ
लाभ 21:12 – 22:41 शुभ
उद्वेग 22:41 – 24:11* अशुभ
शुभ 24:11* – 25:41* शुभ
अमृत 25:41* – 27:11* शुभ
चर 27:11* – 28:40* शुभ
रोग 28:40* – 30:10* अशुभ
💮होरा, दिन
शुक्र 06:10 – 07:10
बुध 07:10 – 08:10
चन्द्र 08:10 – 09:10
शनि 09:10 – 10:11
बृहस्पति 10:11 – 11:11
मंगल 11:11 – 12:11
सूर्य 12:11 – 13:11
शुक्र 13:11 – 14:11
बुध 14:11 – 15:12
चन्द्र 15:12 – 16:12
शनि 16:12 – 17:12
बृहस्पति 17:12 – 18:12
🚩होरा, रात
मंगल 18:12 – 19:12
सूर्य 19:12 – 20:12
शुक्र 20:12 – 21:12
बुध 21:12 – 22:12
चन्द्र 22:12 – 23:11
शनि 23:11 – 24:11
बृहस्पति 24:11* – 25:11
मंगल 25:11* – 26:11
सूर्य 26:11* – 27:11
शुक्र 27:11* – 28:10
बुध 28:10* – 29:10
चन्द्र 29:10* – 30:10
नोट— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान——-पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
अग्नि वास ज्ञान
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 3 + 6 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
शिव वास एवं फल
18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष
क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक
भद्रा वास एवं फल
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
प्रातः 08:52 समाप्ति
स्वर्ग लोक = शुभ कारक
विशेष जानकारी
चतुर्थी श्राध्द
भरणी श्राध्द
चतुर्थी व्रत चंद्रोदय रात्रि 20:23
सर्वार्थसिद्धि योग 8:53 से
शुभ विचार
अनालोक्य व्ययं कर्ता अनाथः कलहप्रियः ।
आर्तः स्त्रीसर्वक्षेत्रेषु नरः शीघ्र विनश्यति ।।
।।चा o नी o।।
बिना सोचे समझे खर्च करने वाला, नटखट बच्चा जिसे अपना घर नहीं, झगड़े पर आमदा आदमी, अपनी पत्नी को दुर्लक्षित करने वाला, जो अपने आचरण पर ध्यान नहीं देता है. ये सब लोग जल्दी ही बर्बाद हो जायेंगे.
सुभाषितानि
गीता -: अक्षरब्रह्मयोग अo-08
शुक्ल कृष्णे गती ह्येते जगतः शाश्वते मते ।,
एकया यात्यनावृत्ति मन्ययावर्तते पुनः ॥,
क्योंकि जगत के ये दो प्रकार के- शुक्ल और कृष्ण अर्थात देवयान और पितृयान मार्ग सनातन माने गए हैं।, इनमें एक द्वारा गया हुआ (अर्थात अर्चिमार्ग से गया हुआ योगी।,)– जिससे वापस नहीं लौटना पड़ता, उस परमगति को प्राप्त होता है और दूसरे के द्वारा गया हुआ ( अर्थात धूममार्ग से गया हुआ सकाम कर्मयोगी।,) फिर वापस आता है अर्थात् जन्म-मृत्यु को प्राप्त होता है॥
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ के असवर हाथ आएंगे। यात्रा में सावधानी रखें। किसी पारिवारिक आनंदोत्सव में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद न करें। बेचैनी रहेगी।
🐂वृष
दूर से अच्छी खबर प्राप्त हो सकती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कोई बड़ा काम करने की योजना बनेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में अतिथियों पर व्यय होगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी।
👫मिथुन
स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में विशेषकर स्त्रियां सावधानी रखें। कार्यों की गति धीमी रहेगी। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। निराशा हावी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। लाभ होगा।
🦀कर्क
जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर होगी। करियर बनाने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य में आसानी होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें। प्रमाद से बचें।
🐅सिंह
कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। पारिवारिक चिंताएं रहेंगी। मेहनत अधिक तथा लाभ कम होगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। मातहतों का सहयोग नहीं मिलेगा। कुसंगति से बचें, हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। प्रमाद न करें।
🙍♀️कन्या
मित्रों की सहायता कर पाएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता रहेगी। नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। समय अनुकूल है। प्रसन्नता रहेगी।
⚖️तुला
प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट से कार्य में रुकावट होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। निवेश में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। जरूरी वस्तु गुम हो सकती है।
🦂वृश्चिक
आशंका-कुशंका के चलते कार्य की गति धीमी रह सकती है। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लाभ होगा।
🏹धनु
समाजसेवा में रुझान रहेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। पुरानी व्याधि से परेशानी हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। भाइयों का सहयोग मिलेगा। समय अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें।
🐊मकर
विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। कोई बड़ी बाधा से सामना हो सकता है। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। रुका हुआ धन मिल सकता है। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। किसी अपने के व्यवहार से दु:ख होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी का ध्यान खुद की तरफ खींच पाएंगे।
🍯कुंभ
राजकीय अवरोध दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। धर्म-कर्म में मन लगेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🐟मीन
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। यात्रा में जल्दबाजी न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। स्वास्थ्य पर बड़ा खर्च हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। आय में कमी रहेगी। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏