वर्ल्ड टी-20 से भारतीय क्रिकेट टीम के बाहर होने का कारण आईपीएल, ये पांच खिलाड़ी बने खलनायक

स्पोर्ट्स

मथुरा। रविवार को हुए बहुप्रतीक्षित मैच में न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को आठ विकेट से हराकर भारत को वर्ल्ड कप टी-20 टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। अब भारत अपना आखिरी लीग मैच नामीबिया जैसी टीम से खेलेगा, जो केवल औपचारिकता मात्र बचा है। भारत जैसी टीम के आईसीसी टूर्नामेंट से पहले दौर में ही बाहर हो जाने के बाद क्रिकेट जानकारों और फैंस ने कड़ी नाराजगी जताते हुए आईपीएल को इस हालत का जिम्मेदार ठहराया है।
क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि आईपीएल ने भारतीय टीम को क्रिकेट के स्तर को बेहतर करने में कोई मदद नहीं की। आईपीएल केवल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के लिए लाॅटरी जरूरी साबित होता है, जिससे खिलाड़ियों को भी आर्थिक फायदा होता है। पहले आईपीएल को भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन का कारण माना जा रहा था, लेकिन अब इसके स्याह पहलू भी सामने आने लगे हैं। जानकारों का मानना है कि आईपीएल केवल सर्कस क्रिकेट है, जिसमें प्रतिस्पर्धा के बजाय मनोरंजन को वरीयता दी जाती है। बीसीसीआई आईपीएल के कारण लगातार मालामाल होता चला गया, फिर वह क्रिकेट की बेहतरी के लिए क्यों सोचे। आर्थिक सुरक्षा का निगेटिव भाग यह है कि खिलाड़ियों में जीत की भूख बिल्कुल खत्म हो गई, जबकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सफल होने के लिए जरूरी जुनून को भारतीय खिलाड़ियों ने बिल्कुल भुला दिया। खिलाड़ियों को पता है कि परफाॅर्म करें या न करें, कोई न कोई आईपीएल फ्रेंचाइजी उनके साल भर के राशन-पानी की व्यवस्था कर ही देगी।
यही कारण है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम जहां पटरी से उतरी हुई नजर आई, वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ डर के साये में खेली। भारतीय टीम ने ये दोनों ही मुकाबले बड़े अंतर से हारे।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि भारतीय टीम को अभ्यास की कमी बिल्कुल नहीं थी, केवल मानसिकता की कमी थी, क्योंकि भारत ने अपने दोनों अभ्यास मैच बड़े जोरदार तरीके से जीते थे।
ऐसे में कई सवाल है कि असली मैचों में उतरने के साथ ही भारतीय टीम को कौन सा ग्रहण लग गया।


भारतीय क्रिकेट के ये खलनायक

1-कप्तान विराट कोहली जितने अच्छे बल्लेबाज हैं, उतने अच्छे कप्तान नहीं बन सके। खिलाड़ियों के साथ उनका सामंजस्य बेहतर नहीं दिखता। गेंदबाजों के प्रयोग में भी वे केवल तुक्का मारने के अलावा और कुछ नहीं करते। वल्र्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ने का समय से पहले ऐलान करने से टीम बिखर कई। धोनी को काॅपी करने के चक्कर में खुद की कोई लकीर नहीं खींच पाए।
2-रोहित शर्मा को हिटमैन के नाम से जाना जाता है, लेकिन हर महत्वपूर्ण मौके पर वह टीम को हर्ट करके चले जाते हैं। आखिर इसके पीछे रहस्य क्या है कि हर महत्वपूर्ण और निर्णायक मैच में रोहित शर्मा फ्लाॅप हो जाते हैं। इनको देखकर ऐसा लगता है कि कप्तानी हासिल करने की जल्दी कुछ ज्यादा ही है, इसीलिए इनके खेल में प्रतिबद्धता की कमी साफ दिखती है।
3-केएल राहुल को भारत का सबसे अच्छा टी-20 बल्लेबाज माना जाता है। इनके शाॅट्स की रेंज देखकर ऐसा भ्रम होता भी है। लेकिन दिक्कत यह है कि देश के लिए क्रिकेट खेलने को ये भी घर की पंचायत ही समझते हैं। जिस भरोसे के साथ इनको टीम में शामिल किया जाता है, उसके साथ इन्होंने कभी न्याय नहीं किया। केवल अपने बड़े नाम के कारण टीम में हैं।
4-वरुण चक्रवर्ती को आईपीएल के दौरान मिस्ट्री बाॅलर बताकर डंका बजाया गया था, लेकिन वर्ल्ड कप में विपक्षी टीम के बल्लेबाजों ने वरुण चक्रवर्ती का बैंड बजा दिया। अब पता चला कि वरुण विपक्षी बल्लेबाजों के लिए नहीं, बल्कि अपनी ही टीम के लिए सबसे बड़ी मिस्ट्री हैं, बल्कि ट्रेजेडी हैं। पाकिस्तानी को उन्हें गली क्रिकेट के स्तर का बाॅलर बता रहे हैं।
5-महेंद्र सिंह धोनी के भारतीय टीम को दो-दो वर्ल्ड कप जिताने के साथ साथ उनकी तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एस़. श्रीनिवासन की नजदीकी ने भारतीय क्रिकेट में खूब बल्ले-बल्ले कराई है। उनके महिमामंडन के लिए कभी नए नए शब्द गढ़े जाते थे। वे धोनी आखिर मेंटर के तौर पर टीम को कहां ले गए। जब टीम डरी-सहमी, हैरान-परेशान थी, तो आखिर उनका काम क्या था।

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