– मेला का उद्देश्य भारतीय सभ्यता-संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना-गोविंद
मथुरा। नव संवत्सर की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले परंपरागत विशाल नववर्ष मेला का उद्देश्य भारतीय सभ्यता संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना है। भारतीय नववर्ष हमें एक श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा देता है। यह एक श्रेष्ठ आयोजन है।
उक्त विचार गोविंद जी विभाग प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मथुरा विभाग ने नववर्ष मेला समिति की सरस्वती शिशु मंदिर दीनदयाल नगर में रविवार को देर शाम आयोजित बैठक में व्यक्त किए। मेला हमारे अंदर छुपे गुणों का विकास करता है। हम इसे कैसे और बेहतर कर सकते हैं, वह हमें करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेला से लोगों में भारतीय संस्कृति के बारे में जानने की इच्छा और बढ़े और वह भारतीय संस्कृति को और भी जाने ऐसा भाव सभी में पैदा हो।
मेला महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि नवसंवत्सर (हिन्दू नववर्ष) 13 अप्रैल 2021 की पूर्व संध्या पर दो दिवसीय विशाल नववर्ष मेला 11 एवं 12 अप्रैल 2021 को बीएसए कॉलेज के मैदान पर आयोजित होगा। इस बार मेले का मुख्य आकर्षण योग, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शन, घोड़ा और ऊंट की सवारी, झूला और खान-पान के स्टाल होंगे। उन्होंने बताया कि सभी आगंतुकों को नववर्ष मेला समिति की ओर से गंगा जल, नववर्ष बधाई कलेंडर प्रसाद स्वरूप भेंट किया जायेगा।
बैठक में अध्यक्ष कमलेश अरोड़ा, वडॉ० संजय अग्रवाल, राजीव कृष्ण अग्रवाल, आचार्य ब्रजेन्द्र नागर, घनश्याम सिंह लोधी, यादवेंद्र अग्रवाल, योगेंद्र शर्मा, अजय शर्मा, डॉ० दीपा अग्रवाल, योगेश आवा, अनिरुद्ध अग्रवाल, सुभाष सैनी, अजय अग्रवाल सर्राफ, गंगाधर अरोड़ा, मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा, रामदास चतुर्वेदी, तरूण नागर, मानसिंह राठौर, विशाल रौहेला, समीर बंसल, राजीव पाठक, राजू यादव, अवधेश उपाध्याय, विशाल गुप्ता, सरदार राजेंद्र सिंह होरा, नानक चंद्र महावर, मयंक कक्कड़, राजेंद्र पटेल, राम नरेश अग्रवाल, अश्वनी गर्ग, रामवीर यादव एडवोकेट, रामकिशन चतुर्वेदी, गिरीश कमल, कीर्ति मोहन अग्रवाल, यतेंद्र सिसोदिया, अनिल पाठक, डॉ० जमुना देवी शर्मा, रंजना चूड़ामणि, छाया गौतम, नीलम पांडे, सरोज वर्मा, कांता प्रसाद एवं अनुराग मिश्र आदि पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष कमलेश अरोड़ा ने एवं संचालन महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।