ग्रामीणों की चेतावनी शमशान स्थल की जल्द दशा न सुधरी तो गांव में नेताओं का आना कर देंगे बंद
रिचा शर्मा
गोवर्धन। बुधवार को अचानक मौसम खराब होने को वजह से हुई बरसात ने मृतक की जलती चिता को बुझा दिया। चिता की लकड़ियां गीली होने पर ग्रामीणों ने दौबारा सुखे ईंधन की व्यवस्था कर भरी बरसात में तंबू तानकर शव का अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में वर्षों से शमशान स्थल बदहाल पड़ा हुआ है। बरसात से बचाव के लिए टीन शेड भी नहीं लगा है। बरसात के मौसम में शव का दाह संस्कार करने में काफी परेशानी होती है। इस सम्बंध में कई बार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या जस के तस बनी हुई है।
चौमुहां विकास खंड के गांव डिरावली में सड़क दुर्घटना में हुई युवक की मौत के बाद परिवारीजन और ग्रामीण शव का अंतिम संस्कार करने के लिए शमशान भूमि पर ले गए। जैसे ही चिता को मुखाग्नि दी गई उसी वक्त अचानक मौसम खराब हो गया और तेज बरसात पड़ने लगी। जलती चिता बुझ गई। काफी देर इंतजार के बाद भी बरसात बंद न हुई तो ग्रामीणों ने दौबारा सुखी लकड़ियों का बंदोबस्त कर बरसात की बूंदों से बचाव करने के लिए तिरपाल का सहारा लेकर शव का अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों का कहना था गांव में वर्षों से बदहाल पड़े शमशान स्थल की समस्या को लेकर प्रधानों ने अथक प्रयास किया लेकिन विफल रहे। ग्रामीणों का कहना है चुनाव के वक्त सभी वायदा करते है लेकिन जीतने के बाद समस्या से मूंह मोड़ लेते हैं। आज जिस तरह जलती चिता को अचानक आई बरसात ने बुझा दिया इस तरह कई बार बरसात ने जलती हुई चिताएं बुझ गई हैं। ऐसा नहीं है की इस समस्या की शिकायत ग्रामीणों ने नेता से लेकर अधिकारियों से न की हो लेकिन अब तक सभी नजरअंदाज करते चले आ रहे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहां की यदि जल्द समस्या का समाधान न हुआ तो वह आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार कर किसी भी नेता या जनप्रतिनिधि को गांव में घुसने की इजाजत नहीं देंगे।वही ग्राम प्रधान धनिराम ने बताया की उनके द्वारा भी शमशान निर्माण की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे चुके है मगर अभी तक सुनवाई नहीं हुई है।