-ब्रज के द्वार पर फिर दी एक बार द्वापर ने दस्तक
-भजनों पर बाध्य-यंत्रों का जमकर हुआ ताल-मेल
हाथरस। वेदाचार्यों के मुखमंडल से वेद-मंत्रों की ध्वनी और कन्हैयालाल लाल जी के महाअभिषेक के बाद भव्य द्वरिकापुरी का दृश्यम्। साथ ही मंगला, श्रृंगार, सांध्य और शयन आरतियों में उमड़ी भक्ति और भावना का भोर की किरण से शयनम् तक कन्हैयालाल के एकादश महोत्सव के अवसर पर श्री चरणों में सनातन को समर्पित सत्य का माहौल विद्यमान रहा।
अवसर था कन्हैयालाल जी महाराज के एकादश प्रभात फेरी महोत्सव के चतुर्थ दिवस का। कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ भगवान ठा. कन्हैयालाल जी महाराज की मंगला आरती और मंगलाचरण से हुआ। इसके बाद प्रभात फेरी का भ्रमण हुआ। तत्पश्चात कन्हैयालाल के महाअभिषेक को मंत्रोच्चारण के साथ आचार्य अनुज मिश्र, केयू दीक्षित, ऋतिक गोस्वामी, रोहित शर्मा, पं. चेतन जी महाराज आदि ने संपन्न कराया।
शाम को वृंदावन व ब्रजद्वार के कलाकारों ने भव्य द्वरिकापुरी के रूप में संपूर्ण रुई की मंडी को सजाया। ठाकुर जी भव्य छप्पन भोग व फूल बंगला के श्रृंगार की आलौकिकत का नजारा आलौकिक ही था। वहीं भजन-कीर्तन व प्रसादी वितरण में भक्तजन देर रात तक सेव देते रहे और भक्तिरस का रसास्वादन लेते रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सेवायत पं. योगेश कुमार मिश्र ‘पप्पू गुरु’, चेतन पंडित जी, पं. लक्की महाराज, शशी पंडित जी, रजत शर्मा, देवकुमार मिश्र, अभी वार्ष्णेय, गोपाल कुमार वार्ष्णेय, पवन कुमार गुप्ता सभासद, रामगोपाल वार्ष्णेय, महेंद्र कुमार अग्रवाल, सीताराम वार्ष्णेय, हरिओम वर्मा, अमित मल्होत्रा, जीतू वार्ष्णेय, प्रेमबिहारी ‘भगत’ जी, सोहनलाल वर्मा, गोविंद शरण वार्ष्णेय, महेश कुमार वार्ष्णेय, प्रवीण कुमार वार्ष्णेय, श्रीमती शुशीला अग्रवाल राजगढ़िया, देवेश कौशिक बौहरे जी आदि का प्रमुख सहयोग सराहनीय रहा।