‘टीबी-हारेगा-देश जीतेगा’ अभियान में तीन दिन में 1.5 लाख की हुई स्क्रीनिंग

देश

-टीबी रोगी खोज अभियान में टीमें कोरोना और क्षय रोग में समझा रहीं अंतर

-मथुरा में कार्यरत 221 टीमों के 663 सदस्यों द्वारा क्षय रोगियों को घर घर खोज

-जनपद में 540 से अधिक मरीजों का बलगम परीक्षण किया

मथुरा। टीबी हारेगा -देश जीतेगा अभियान के तहत क्षय रोगियों के खोज का गति पकड़ रही है। जनपद मथुरा में कार्यरत 221 टीमों के 663 सदस्यों द्वारा क्षय रोगियों को घर घर खोजने के अभियान में खांसी, सायं के समय बुखार का आने, खांसी के साथ खून का आने आदि लक्षण वाले लोगों की जानकारी प्राप्त की जा रही है।
विगत तीन दिन में 1.5 लाख से अधिक व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है। जनपद में 540 से अधिक मरीजों का बलगम परीक्षण किया गया है। अब तक 10 रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं, जिन्हें उपचार पर रखा गया है।
इसी क्रम में संचालित सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान की समीक्षा विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डॉ प्रदीप सीबी द्वारा की गयी ।
उन्होंने टीबी अस्पताल के चिकित्सकों के साथ कोसीकलां क्षेत्र के मीना बाज़ार में कार्यरत टीमों का निरीक्षण किया। टीम में सुषमा, आशा, सोनम और मीनू घर घर टीबी रोगी खोजते मिलीं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डा. प्रदीप ने कार्यरत टीमों को निर्देशित किया कि घरों में मार्किंग करें। उस घर में रह रहे सभी व्यक्तियों से क्षय रोग के लक्षणों के बारे में पूछें। लोगों में व्याप्त भय को दूर करें तथा उन्हें कोरोनो और क्षय रोग का अंतर समझाएं।
निरीक्षण के समय जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संजीव यादव उपस्थित रहे।

दूसरी ओर पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी ने बताया कि कुछ लोग शुरू में टीम के घर पहुंचते ही सहयोग नहीं करते हैं लेकिन जब उन्हें समझाया जाता है तो वे बाद में टीम को सहयोग करते हुए लक्षणों के बारे में सब कुछ सही बताने लगते हैं और सहयोग करते हैं। इस कारण मथुरा में टीबी रोगी खोज अभियान पूरी तरह सही दिशा में चल रहा है।

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