मथुरा। जांच के दौरान सीरप में टैट्राजिन रंग मिलने पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने इसकी बिक्री पर रोक लगा दी है। मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की कि वह सम्बन्धित सीरप को न बेचें। खाद्य सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
खाद्य सुरक्षा एव प्रशासन विभाग के डीओ डा गौरी शंकर के निर्देशन में टीम ने पिछले दिनों मेडिकल स्टोरों से फूड विभाग के अन्तर्गत आने वाली दवाओं के नमूने भरे गए थे। इसी क्रम में जनपद के लिए बहुत ही चिंताजनक बात है यह रही कि स्वर्ण जयंती सामुदायिक हॉस्पिटल टाउनशिप स्थित मेडिकल स्टोर से एक सीरप का नमूना भरा था जोकि खाद्य विश्लेषक लखनऊ के द्वारा मानव उपभोग के लिए असुरक्षित घोषित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार सीरप में सिंथेटिक रंग पाया गया है। यह सिंथेटिक रंग से मानव शरीर में कैंसर अस्थमा एलर्जी सांस की बीमारी तथा पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। उपरोक्त सीरप निर्माण फर्म चेन्नई में स्थित है सीरप रिकॉरल करने को निर्देशित किया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग के मुकेश कुमार ने बताया कि डीओ ने फूड लाइसेंस/ पंजीकरण को निलम्बित कर दिया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जनपद में जाइम वैल सीरप की बिक्री पर रोक लगा दी है। मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की कि उक्त बैच नम्बर का सीरप कोई दवा विक्रेता न बेचे। नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। लोगों से भी अपील की है कि वह इस सीरप को न खरीदें और कहीं विक्रय होने की सूचना हो तो विभाग को अवगत कराएं।
–डाक्टर गौरी शंकर, अभिहित अधिकारी
खाद्य सुरक्षा विभाग