जीएलए पॉलीटेक्निक के छात्र ने तैयार किया टचलैस स्विच, पेटेंट पब्लिश

टेक न्यूज़

-जीएलए पॉलीटेक्निक ईसी के छात्र द्वारा तैयार टचलैस स्विच लिफ्ट के प्रयोग के लिए अधिक कारगर
मथुरा। महामारी से बचाव और बिजली के करंट से बचने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा पॉलीटेक्निक संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग छात्र ने ‘लोकॉस्ट टचलैस स्विच फॉर इलेवेटर्स‘ डिवाइस तैयार की है। इस डिवाइस के माध्यम से बिना छुए लिफ्ट को प्रयोग हेतु खोल अथवा बंद कर सकेंगे। इसका पेटेंट भी पब्लिश हो चुका है।
अपने इस व्यस्त समय के बचाव हेतु अधिकतर व्यक्ति लिफ्ट का प्रयोग करते हैं, जिसे खोलने और किसी भी मंजिल पर पहुंचने के लिए स्विच को दबाते हैं। महामारी के इस दौर में अगर किसी भी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा स्विच को दबाया जाता है। इसके बाद अन्य व्यक्तियों के द्वारा भी उसका प्रयोग किया जायेगा। ऐसे में अधिक से अधिक व्यक्तियों के संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है, जो कि किसी खतरे से खाली नहीं है।
इसी महामारी से बचाव और व्यक्तियों के फायदे के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र जितेन्द्र शर्मा ने एक डिवाइस तैयार की और रिसर्च किया, जो कि सफल हुआ। यह डिवाइस लिफ्ट को खोलने के लिए लगे स्विच पर (डिवाइस) ‘लोकॉस्ट टचलैस स्विच फॉर इलेवेटर्स‘ के माध्यम से ही पूर्ण तरीके से कार्य करेगी।
छात्र जितेन्द्र ने बताया कि इस डिवाइस को तैयार करने में रेफ़्लेक्सशन ऑफ लाइट के साथ कार्य करने वाले सेंसर आर टाइमर आईसी का उपयोग कर काफी रिसर्च किया गया है। यह डिवाइस बाहर लगे हुए स्विच में लगाने के बाद किसी भी व्यक्ति को स्विच से उंगली लगाने की जरूरत नहीं है। सिर्फ स्विच की तरफ उंगली करनी होगी और लिफ्ट खुल जायेगी। लिफ्ट के अंदर किसी भी मंजिल पर पहुंचने वाले स्विच में इस डिवाइस को माइक्रोकंट्रोलर के साथ प्रयोग करना होगा। इसके बाद अंदर के स्विच भी टचलैस हो जायेंगे और आसानी से स्विच की तरफ इशारा करते ही अपनी मंजिल पर पहुंचेंगे। छात्र ने बताया कि यह डिवाइस अन्य प्रयोगों में लायी जा सकती है।
डीन रिसर्च प्रो. अनिरूद्ध प्रधान, डीन रिसोर्स जनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज, एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा एवं प्राचार्य डॉ. विकास कुमार शर्मा ने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थान के छात्र द्वारा किया गया तकनीकी रिसर्च लोगों के महामारी से बचाव में अधिक कारगर है। छात्र ने संस्थान की विभिन्न तकनीकी लैबों में अध्ययन कर सफलता हासिल की है।

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