मथुरा/वृंदावन। प्रख्यात फिल्म एवं टीवी कलाकार शेखर सुमन बुधवार को वृंदावन पहुंचे। वह यहां पूरी तरह अध्यात्म के रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने अपने परिवार के साथ ज्ञानगुदड़ी स्थित मां तुलसी पीठ ब्रह्मचर्य आश्रम में तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी तुलसी महाराज के सानिध्य में पंच दिवसीय विष्णु सहस्त्रनाम जाप एवं लक्ष्मीनारायण महायज्ञ में आहुति दी।
पत्रकारों से मुखातिब हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कृष्ण की भक्ति और गुरु का आशीर्वाद यहां खींच कर ले आया। यहां आकर उन्हें अलग ही शांति और सुकून की अनुभूति हो रही है। फिल्मी परदा सिमटकर मोबाइल फोन में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि परदे भले ही सिमट जाएं भावना नहीं सिमटनी चाहिए। दुनिया छोटी होती जा रही है साथ ही लोगों की सोच और दिल भी छोटा होता जा रहा है। उनके द्वारा फिल्मों में निभाए गए किरदारों में सबसे अच्छा किरदार कौन सा लगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि नौ रस हास्य, श्रंगार, क्रोध, वात्सल्य, सकारात्मक, नकारात्मक और वीभत्स आदि हैं। यदि संपूर्ण कलाकार बनना है तो सभी रस लेकर साथ चलना एवं हर विधा में पारंगत होना आवश्यक है। जब तक आप दर्शक को आकर्षित नहीं करेंगे तब तक आगे नहीं चल पाएंगे। इसलिए उन्होंने अपने हर किरदार को एन्जॉय किया है और फिल्मों के बाद टीवी कलाकार के रूप में भी अपनी प्रतिभा दिखाई और जनता तक पहुंच रहे हैं। कहा कि जो अपनी स्क्रिप्ट के दायरे से बाहर निकलकर जनता से जुड़ता है वही सही कलाकार होता है।
बताया कि जिस तरह से बिहार के चुनाव में अपराधीकरण को मुद्दा बनाकर टीवी पर पेश किया था अब यूपी के चुनाव में वर्तमान स्थिति और परिस्थिति को देखते हुए मुद्दे तैयार किए जाएंगे। उनका मानना है कि जातिवाद, धर्मवाद, सम्प्रदाय वाद से ऊपर उठकर इंसानवाद के आधार पर सभी राजनैतिक दलों को राजनीति करनी चाहिए। वहीं उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी के सानिध्य में देश ने बहुत तरक्की की है।