रोडवेज परिचालक ने दिखाई ईमानदारी, सवारी का रुपयों से भरा बैग लौटाया

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मथुरा। कोरोना के दौर में जहां आवश्यक वस्तुओं के विक्रेता जहां आपको कदम कदम पर लूटने को तैयार बैठे हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कि इस दौर में भी ईमानदारी की मिसाल कायम कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही काम मथुरा डिपो में कार्यरत संविदा परिचालक अमित गौड़ ने किया है। उनकी बस में छूटे एक सवारी के रूपयों से भरे पर्स को उन्होंने लौटा दिया। सवारी ने परिचालक की ईमानदारी के लिए उनकी काफी प्रशंसा की।

मथुरा डिपो में कार्यरत संविदा परिचालक अमित गौड़ रविवार को मथुरा से फिरोजाबाद जाने वाली अनुबंधित बस यूपी 85 एई 9424 पर ड्यूटी पर थे। रविवार की दोपहर में बस जब फिरोजाबाद से वापस लौट रही थी तो कुबेरपुर स्टाॅपेज से उनकी बस में सुत्सोम शर्मा निवासी कुबेरपुर चढ़े। मथुरा बस स्टेंड पर आने के बाद सुत्सोम शर्मा भी अन्य सवारियों की तरह बस से उतर कर चले गए। सवारियों के उतरने के बाद कंडक्टर अमित गौड़ ने बस के अंदर देखा तो एक सीट पर बैग रखा हुआ था। परिचालक ने यह सोचकर काफी देर तक बैग नहीं खोला कि शायद सवारी को अपना बैग याद आ जाए तो सवारी खुद ही वापस आ जाए लेकिन जब काफी देर तक कोई भी यात्री बैग के लिए नहीं आया तो अमित गौड़ ने बैग को खोलकर देखा। बैग में कीमती कपड़े, आवश्यक दस्तावेज एवं रूपयों से भरा पर्स रखा हुआ था। आवश्यक दस्तावेज
खोलकर देखने पर उसमें एक फोन नंबर लिखा मिला।

बैग में मिले फोन नंबर पर जब फोन किया गया तो सवारी ने अपने बैग के खोने की हामी भरी। अमित ने यात्री को बताया कि बैग बस में रह गया था और अब उनके पास ही है। वह बस स्टेंड पर आकर उनसे प्राप्त कर सकते हैं। यात्री के आने पर परिचालक ने उससे बैग में रखे अन्य सामान की भी जानकारी ली। जिससे यह पता लग सके कि बैग वास्तव में उसी यात्री का है। तस्दीक होने के बाद यात्री को रूपयों से भरा हुआ पर्स एवं बैग लौटा दिया गया। यात्री ने पर्स में रखे रूपए गिने और एटीएम कार्ड, आधार कार्ड आदि चेक किए तो वह सभी सही सलामत थे। यात्री सुत्सोम शर्मा परिचालक अमित गौड़ की ईमानदारी से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कंडक्टर को उनकी ईमानदारी के लिए 500 रूपए देने चाहे लेकिन परिचालक ने लेने से इंकार कर दिया। यात्री सुत्सोम शर्मा ने बताया कि वह मुंबई में जाॅब करते हैं। गत दिवस वह कुबेरपुर से मथुरा के लिए बैठे थे। यहां से उन्हें मुंबई के लिए ट्रेन पकड़नी थी। वह जल्दबाजी में अपना बैग और पर्स बस में ही भूल गए। इस पर परिचालक अमित गौड़ ने उन्हें फोन कर बैग के बारे में बताया और रूपयों सहित पूरा बैग सही सलामत वापस कर दिया। उन्होंने बताया कि पर्स में करीब 7700 रूपए एवं एटीएम कार्ड भी रखे हुए थे। उन्होंने अमित गौड़ को धन्यवाद दिया है।

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