मथुरा। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने शुनिवार को कुम्भ पूर्व वैष्णव बैठक-2021 कार्यालय वृन्दावन में जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में 50 लाख से ऊपर की लागत की कुल 1737.0394 करोड़ की 174 परियोजनाएं शामिल हैं। मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाओं में गुणवत्ता के लिए सतत निगरानी व समीक्षा बैठक करते रहें। साथ ही कहा कि अफसर बाइक से घूमकर सड़क व विकास कार्यों की स्थिति देखें, जहां भी काम हुआ हो वहां पर यह बोर्ड लगे जिसमें परियोजना व उसका अनुरक्षण करने वाली कार्यदायी संस्था का ब्यौरा दर्ज हो।
मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी को जनपद में चल रहे सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित करने के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में समिति बनाने के निर्देश दिए, जो भी परियोजना पूरी हो गई हों, उनका विभाग उसका सर्टिफिकेट डीएम को दें और डीएम उसका भौतिक निरीक्षण करें। साथ ही जो 48 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, उनका भी भौतिक निरीक्षण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम के सभी लंबित कार्यों की समीक्षा कर लें। सभी कार्यों के गुणवत्ता की जांच भी कर लें।
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जल निगम द्वारा बनाई गई पानी की टंकियों अमृत योजना के तहत पेयजल लाइनों के निर्माण व गृह संयोजन व सीवरेज योजना के कार्यों की गुणवत्ता की जांच करायें। लापरवाही मिले तो ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन परियोजनाओं में लापरवाही के कारण विलंब हुआ है, उन सभी में जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। डीएम यह भी सुनिश्चित करें कि समय से पूर्ण न करने वाले विकास कार्यों को, तो संबंधित कार्यदायी संस्था के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायें।
बैठक में मथुरा-वृन्दावन मेयर डाॅ. मुकेश आर्य बन्धु, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. नितिन गौड़, नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदढ़, लोक निर्माण, जल निगम, सेतु निगम सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।