–रजिस्टर एंट्री के माध्यम से राशन वितरण की लोगों की मांग
चंद्र प्रकाश पांडेय
मथुरा। राशन वितरण में पारदर्शिता के लिए शुरू की गई पीओएस सुविधा अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई। मशीनें खराब और सर्वर न होने से एक तरफ उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पा रहा तो वहीं कोटेदार अलग से परेशान हैं।
जिले में 827 कोटेदार हैं। सभी के पास पीओएस मशीनें हैं। जिनमें से काफी पीओएस मशीनें खराब होने और मशीनों में सर्वर न मिलने के कारण पिछले 4 दिनों से राशन नहीं बट सका। राशन लेने के लिए लोग कोटेदारों के पास पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां से उन्हें बैरंग लौटाया जा रहा है। कोटेदार भी परेशान हैं। वह भी कोई संतुष्टि जनक जवाब लोगों को नहीं दे पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण खुद कोटेदारों को पूर्ति विभाग से सटीक जवाब नहीं मिल रहा है। तहसील स्तर बने हुए कोटेदारों के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी अधिकारी मौन हैं। जबकि लगातार इन ग्रुप में कोटेदार सीधे प्रश्न कर रहे हैं। इनका जवाब देने की बात तो बहुत दूर है अधिकारी इन्हें देख भी नहीं रहे हैं।
विदित रहे कि राशन वितरण में धांधली रोकने के लिए पीओएस मशीन की सुविधा पिछले करीब 2 साल से शुरू कर दी गई है। बिना पीओएस मशीनों के राशन नहीं बांटा जाएगा। मशीनों को ठीक करने के लिए कंपनी के इंजीनियर आए हैं। उनका दावा है कि कि जल्द ही यह मशीनें ठीक हो जाएंगी और राशन वितरण शुरू हो जाएगा।
जिला पूर्ति अधिकारी सतीश कुमार मिश्र ने अपने आपको मीटिंग में बताकर जवाब नहीं दिया।
राशन पर निर्भर लोगों को अधिक परेशानी
जिले में लगभग आधे से अधिक लोग सिर्फ राशन पर ही निर्भर हैं। 5 सितंबर से राशन वितरण होना था, लेकिन आज 4 दिन बीत गए 5 वा दिन है। अभी सर्वर की समस्या के समाधान की शायद ही किसी अधिकारी ने जुर्रत की हो या कोटेदारों को जवाब मिला हो। अधिकतर कोटेदारों का कहना है कि आदेश हो तो जरूरत मंद लोगों को रजिस्टर एंट्री के माध्यम से राशन वितरण किया जाए, जिससे बाद का बोझ भी हल्का होगा।
वर्जन
सर्वर की समस्या पूरे प्रदेश में है। राशन वितरण की तारीख को बढ़वाने के लिए पूर्ति अधिकारी के माध्यम से पत्र लिखा जाएगा। सर्वर की समस्या पहले से कहीं हद तक दूर हुई है, लेकिन पूर्ण नहीं। इस पर काम जारी है।
-गौरव माहेश्वरी
पूर्ति निरीक्षक
महावन, मथुरा।