मथुरा/छटीकरा। सीएमओ कार्यालय में तैनात कोरोना नोडल प्रभारी ने मरीज के उपचार में लापरवाही एवं अधिक वसूली के मामले में नयति प्रबंधन के खिलाफ थाना जैंत में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि मरीज के उपचार के दौरान लापरवाही बरती गई। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
बताते चलें कि अशोका सिटी निवासी बी वर्मा ने जिला अधिकारी के यहां दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी में चीफ इंजीनियर पद से रिटायर्ड उनके पति के एन वर्मा को 10 मई 2021 को नयति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि निर्धारित की गई धनराशि से करीब एक लाख 90 हजार 715 रुपए अधिक लिए गए। इतना ही नहीं उनके उपचार में भी लापरवाही बरती गई। आरोप है कि उपचार के दौरान उन्हें खाना देने में भी परेशान किया गया। बिना मर्जी के डिस्चार्ज करना असंवेदनशीलता-लापरवाही बरती। शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं की गई। बताते हैं कि इस मामले की जांच सीएमओ कार्यालय में तैनात जिला सर्विलांस अधिकारी/ नोडल अधिकारी डॉ मुनीष पौरूष ने की। जांच के दौरान शिकायत सही जाए पाए जाने पर मंगलवार को डॉक्टर मुनीष पौरुष ने थाना जैंत में तहरीर दी। पुलिस ने उनकी तहरीर पर पुलिस ने नयति हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार योगी ने बताया कि सीएमओ कार्यालय में तैनात कोरोना के नोडल प्रभारी डॉ.मुनीष की तहरीर पर नयति प्रबंधन के खिलाफ उपचार में लापरवाही बरतने और निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि वसूलने के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.मुनीष ने बताया कि शिकायतकर्ता के आरोपों को सही पाया गया। नयति सुपर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा इलाज संबंधी दवा के बिल का परीक्षण वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा किया गया। शासनादेश के तहत निर्धारित धनराशि 190715 रुपये अधिक चार्ज लेने की पुष्टि की गई है। रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।