- ऑक्सिजन आपूर्ति में सरकारी अस्पताल भी बनेंगे आत्मनिर्भर
- जिला अस्पताल में लगने वाला ऑक्सिजन प्लांट 20 मई तक हो पूरा
- 10.5 टन हो जाएगी 5 अस्पतालों में ऑक्सिजन आपूर्ति क्षमता
- बेड तक आपूर्ति व सिलेंडर फीलिंग दोनों की होगी सुविधा
- जिला अस्पताल में जारी हो हेल्पलाइन नम्बर, मरीजों को न भटकना पड़े
- टेस्ट कराने आने वालों के लिए बढ़ायें सुविधा
मथुरा। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने बुधवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने ऑक्सिजन प्लांट का कार्य 20 मई तक पूरा करवाने के डीएम को निर्देश दिये। साथ ही शहर में जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सिजन तुरंत मिले इसके भी निर्देश दिए।
जिला अस्पताल में विधायक निधि से लगने वाले ऑक्सिजन प्लांट की आपूर्ति क्षमता 01 टन प्रतिदिन की होगी। इससे रोजाना 100 सिलेंडर ऑक्सिजन की उपलब्धता बढ़ जाएगी। इसकी आपूर्ति बेड तक कनेक्शन देकर व सिलेंडर, दोनों माध्यमों से होगी। फिलहाल इसका लाभ जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के साथ संयुक्त जिला चिकित्सालय को भी मिलेगा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 4 निजी चिकित्सालयों में 9.5 टन ऑक्सिजन आपूर्ति क्षमता वाले प्लांट लग रहे हैं। जिला अस्पताल में विधायक निधि से 1 टन का प्लांट लगने के बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय, वृन्दावन में भी पीएम केयर्स से ऑक्सिजन प्लांट लगना है। इससे सरकारी अस्पताल भी ऑक्सिजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनेंगे।
जिला अस्पताल में ऊर्जा मंत्री ने टेस्ट कराने आने वाले लोगों के लिए छाया और पानी का इंतजाम करने के भी निर्देश दिए। साथ ही एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आने वालों को तुरंत दवा की किट देने के लिए कहा। उन्होंने पॉजिटिव आने वाले मरीजों के परिजनों व आस पड़ोस के लोगों का भी टेस्ट कराने और लक्षणों के आधार पर दवा शुरू करने के निर्देश दिए।
जिला अस्पताल में मरीजों को भटकना न पड़े, परेशानी होने पर शिकायत कर सकें इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के लिए कहा। डीएम को जिला अस्पताल में भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों के लिए एम्बुलेंस व शव वाहन रिज़र्व करने के लिए कहा।